प्रीति महापात्रा से बौखलाई पार्टियां, चुनाव हुआ दिलचस्प
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव चाहे 2 दिन बाद हो लेकिन इस समय राजनीतिक तस्वीर इतनी दिलचस्प दिखाई दे रही है कि हरपल कोई-न-कोई नई कहानी सुनने को मिल रही है। कहीं पर बीजेपी के तो कहीं पर सपा के विधायक टूटते हुए दिख रहे हैं। कांग्रेस अपने 3 विधायकों को संभालकर रखे हुए है उन्हें डर है कि कहीं ये विधायक भी टूट कर बिखर न जाएं।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस के केन्द्रीय नेता भी इस चुनाव के हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। वे हरपल की खबर अपने नेताओं से ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में कांग्रेस ने कपिल सिब्बल को मैदान में उतारा है। ऐसे तो कपिल सिब्बल जीत जाते लेकिन बीजेपी के इशारे पर प्रीती महापात्रा के मैदान में उतर जाने से ये चुनाव रोचक हो गया है।
आज राष्टीय लोकदल ने भी इस बात की घोषणा कर दी कि वे राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के साथ जाएंगे। वहीं दूसरी तरफ इस चुनाव में विधायकों को लुभाने के लिए तरह-तरह के रास्ते अपनाएं जा रहे हैं। कई विधायकों को संभालने की जिम्मेदारी राजा भैया के पास है तो कुछ विधायकों का जिम्मा प्रमोद तिवारी और निर्मील खत्री संभााले हुए हैं। अब विधायक दूसरे दलों के सम्पर्क में हैं और अपने हिसाब से काम कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में सपा के सामने एक संकट साफ दिख रहा है।
बता दें कि चुनाव अब इसीलिए भी दिसचस्प हो गया है क्योंकि एक प्रतियोगिता में य़ू.पी. में राज्यसभा चुनाव बदल गया है। पी.एम. नरेंद्र मोदी की इच्छा है कि कांग्रेस को किसी भी तरह से राज्यसभा में कमजोर किया जाए नहीं तो वह उनके प्रस्तावों पर बाधा डालते रहेंगे।इसीलिए कांग्रेस ने हर जगह से एक एक उम्मीवार उतार दिया है।उत्तर प्रदेश में गुजरात की व्यवसायी और एन.जी.ओ. की मुखिया प्रीति महापात्रा के आने से चुनाव काफी रोचक बन गया है। चुनाव 11 जून को 11 राज्यसभा सीटों के लिए होगा वहीं यहां 12 उम्मीदवार अपनी किस्मत अजमा रहे हैं।