प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में सपाइयो का हल्ला बोल, पढ़े लखनऊ, चित्रकूट, बाँदा, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया और बाराबंकी में हुवे विरोध प्रदर्शन पर रिपोर्ट, देखे फोटो
आदिल अहमद (कानपुर), जीशान अली (बाँदा), अरशद रज़ा और अनुपम राज (वाराणसी), प्रमोद कुमार (बलिया), शहनवाज़ अहमद (गाजीपुर)
रोजगार व किसानों के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सोमवार को सड़कों पर उतर पड़े। उन्होंने जिलों की तहसील का घेराव किया और प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। सपाइयों का कहना है कि केंद्र व प्रदेश सरकार युवाओं से किए गए वादों को पूरा करने में असफल साबित हुई है और अब राज्यसभा में बहुमत न होने के बावजूद विधेयक पास कर किसानों पर अत्याचार कर रही है।
लखनऊ में हुआ ज़ोरदार प्रदर्शन, एक दर्जन सपाई हुवे गिरफ्तार
लखनऊ के गोमतीनगर स्थित सदर तहसील कार्यालय का सपा कार्यकर्ताओं ने घेराव किया और जमकर नारेबाजी की। बहराइच के पयागपुर में प्रदर्शन कर रहे 12 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जिसमें जिला पंचायत सदस्य राम जी यादव, जिला सचिव सतेंद्र सिंह व नगर अध्यक्ष मिज्जन खां सहित कई लोग शामिल हैं। सपाई प्रदेश के अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं।
बताते चले कि रविवार को राज्यसभा में कृषि विधेयक पास होने पर अखिलेश यादव ने कहा था कि चुनिंदा धन्नासेठों के लिए भाजपा ने देश की दो तिहाई आबादी को धोखा दिया है। लोकतांत्रिक कपट कर भाजपा ने कृषि बिल नहीं, अपना ‘पतन पत्र’ पारित कराया है। इसके विरोध और अन्य मुद्दों को लेकर सपा सोमवार को पूरे प्रदेश में तहसीलों पर धरना-प्रदर्शन करके जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगी।
चित्रकूट और बाँदा में भी हुआ भारी विरोध प्रदर्शन, हुई सपाइयो की गिरफ़्तारी
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट और बाँदा जनपद के विभिन्न तहसीलों में किसानों, बेरोजगारों और महंगाई की समस्या को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हल्ला बोल प्रदर्शन किया। तहसील परिसर में नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए पहुंचे सपाइयों को रोकने के लिए पुलिस बल को मशक्कत करनी पड़ी। इसके बाद सपाइयों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया गया है 50 से अधिक सपाइयों ने गिरफ्तारी दी है। बांदा में भी सपा कार्यकर्ताओं ने किसानों, बेरोजगारों और महंगाई की समस्या को लेकर हंगामा काटा। जिसके बाद कई इलाकों में फोर्स तैनात कर दी गई है।
वहीं चित्रकूट में कृषि विधेयक का विरोध कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे किसान यूनियन के पदाधिकारियों को पुलिस ने भगा दबया। सदर तहसील के अंदर घुसने से पहले किसान नेताओं को रोक कर लौटाया गया। भाकियू के पदाधिकारियों में आक्रोश।कृषि विधेयक को किसान विरोधी बताया। कृषि विधेयक का विरोध कर केंद्र सरकार के खिलाफ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर प्रदर्शन किया। इस दौरान सदर तहसील के अंदर घुसने से पहले आप के नेताओं को पुलिस बल ने रोक कर लौटाया।
वाराणसी तहसील में सपाइयो ने किया हल्ला बोल
बनारस प्रशासन पर कल रात से ही सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को धमकाने का आरोप सपाइयो ने सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो वायरल करके लगाया था। कई सपा नेताओं ने अपने अपने घर में पुलिस द्वारा नज़रबंद किये जाने का आरोप सोशल मीडिया पर कल देर रात से ही लगाया जा रहा था। इस सबके बीच पुलिस पर सपा कार्यकर्ताओ और नेताओं ने सोशल मीडिया पर लोकतंत्र की हत्या का भी आरोप लगाते हुवे कहा था कि विरोध प्रदर्शन करना लोकतंत्र में सबका अधिकार है। मगर प्रशासन ने हमे धमकाने का प्रयास किया है।
बहरहाल, उन आरोपों के बावजूद भी आज सपा कार्यकर्ताओं ने अपने पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के आव्हान पर तहसील सदर पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया है। समाचार लिखे जाने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहा। सपा नेताओं का आरोप था कि उनके कई बड़े नेता को पुलिस ने नज़रबंद कर दिया है। इसके बावजूद भी सपा नेता और कार्यकर्ताओ ने तहसील तक अपना जुलूस पंहुचा भी दिया। जगह-जगह पर कार्यकर्ताओं को पुलिस ने तहसील जाने से रोकने का भरसक प्रयास किया। पूरा सरकारी अमला ही आज सडको पर नज़र आ रहा था। मगर सपाई आगे बढ़ते हुवे तहसील सदर पहुच गए। इस दरमियान सपाइयो ने सोशल मीडिया का जमकर उपयोग किया। खुद के विरोध जुलूस का पल पल अपडेट सोशल मीडिया पर देते रहे जिससे विभिन्न मार्गो से सपाई तहसील सदर पहुच गए।
हुआ रास्ता जाम, एसएसपी खुद उतरे सड़क पर
वही तहसील सदर पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या से ट्रैफिक जाम हो गया। सूचना पर एहतियातन एसएसपी अमित पाठक और एसपी सिटी विकास चन्द्र त्रिपाठी तहसील पहुचे। अधिकारियों के कहने पर सपा कार्यकर्ताओं ने अपना ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपते हुए अभी अभी धरना समाप्त किया है। धरना समाप्ति के दौरान सपा के महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने कहा है कि भाजपा सरकार से युवा बेरोजगारी से त्रस्त है। कोरोना के संक्रमण काल में बुनकर और रोज कमाने खाने वालों के सामने रोटी की संकट आ गई। अब सरकार किसान विरोधी बिल लाकर किसानों का हित नही बल्कि उनका शोषण करना चाहती है। दावा किया कि आगामी वर्ष 2022 में सपा पुनः सरकार बनाकर युवाओं की सोच को साकार करेगी।
क्यों कर रहा है विपक्ष विरोध
कृषि सम्बंधित सरकार द्वारा लाये गए विधेयक को अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार खेती को अमीरों के हाथों गिरवी रखने के लिए शोषणकारी विधेयक लाइ है। यह खेतों की मेड़ तोड़ने का षड्यंत्र है और साथ ही एमएसपी सुनिश्चित करने वाली मंडियों के धीरे-धीरे खात्मे का भी। भविष्य में किसानों की उपज का उचित दाम भी छिन जाएगा और वो अपनी ही ज़मीन पर मज़दूर बन जाएँगे।
रामनगर में सपाइयो की गिरफ़्तारी, ज्ञापन के बाद हुवे रिहा
उधर रामनगर थाना क्षेत्र से तहसील पर धरना देने जाते समय किला मार्ग से सपाईयों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सपा नेता जितेंद्र यादव उर्फ मलिक यादव के नेतृत्व में शास्त्री मूर्ति के पास से एक दर्जन कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। कार्यकर्ताओं द्वारा सीओ कोतवाली को ज्ञापन दिया। जिसके बाद बारी-बारी से कार्यकर्ताओं को छोड़ा गया।
वाराणसी में कांग्रेसियों ने भी सौपा ज्ञापन
इस क्रम में पूरा विपक्ष एक साथ खड़ा नज़र आ रहा था। यही नही बल्कि एनडीए के समर्थक दल शिरोमणि अकाली दल भी खुद सरकार के मुखालफत में जा चूका है। किसानो बेरोजगारों के साथ खड़े विपक्ष ने भी अपनी एकजुटता दिखाई है। सरकार के मुखालिफ पुरे प्रदेश में आज का दिन प्रदर्शन का रहा है। इसी क्रम में आज वाराणसी के शास्त्री घाट पर कांग्रेस जनो ने अपना विरोध दर्ज करवाते हुवे ज्ञापन सौपा है।
बलिया – प्रशासन से नोकझोक के बावजूद सपाइयो का हल्ला बोल
बलिया जनपद में प्रशासन से नोकझोक के बीच सपाइयो का हल्ला बोल कार्यक्रम सफल रहा। इस दरमियान लगभग हर तहसील स्तर पर प्रशासन के लाखो प्रयास होने के बाद भी सापाइयो ने ज्ञापन सौपा। इसी क्रम में तहसील बेल्थरा रोड पर सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और एसडीएम को ज्ञापन सौपा। इस दौरान उभाव थाना प्रभारी मय दल बल शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पसीने बहाते दिखाई दिए। सपाइयो ने जमकर नारेबाजी भी किया।
गोंडा में सपा कार्यकर्ताओं का जबरदस्त हल्ला बोल
गोंडा जिले की सदर विधानसभा में सपा नेता सूरज सिंह की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। भारी पुलिस बल के बीच कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा। करनैलगंज में पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह, कटरा बाजार में पूर्व विधायक बैजनाथ दुबे, मनकापुर में पूर्व विधायक राम विशुन आजाद व राम प्रताप सिंह तथा मेहनौन में पूर्व विधायक नंदिता शुक्ला व राहुल शुक्ल की अगुवाई में प्रदर्शन हुआ। सदर में पूर्व मंत्री विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह ने कहा कि कि वर्तमान सरकार से युवा किसान सब आजिज हो चुके हैं। सपा कार्यकर्ताओं का पुलिसिया उत्पीड़न किया जा रहा है। बेरोजगारी चरम पर है। किसान टूट चुका है।
बाराबंकी में सपाइयों का अर्धनग्न होकर हल्ला बोल
बाराबंकी जनपद में सपाइयो ने अर्धनग्न होकर ज़बरदस्त प्रदर्शन हल्लाबोल किया। सुरक्षा हेतु मौके पर लगी भारी फ़ोर्स के बावजूद बाराबंकी के छाया चौराहे पर सैकड़ो की ताय्दात में सपा कार्यकर्ता आज सुबह से ही पहुचने शुरू हो गये। इस दौरान अर्धनग्न होकर सपाजनो ने जमकर नारेबाजी किया और ज़ोरदार प्रदर्शन किया। वही बाराबंकी के हैदरगढ़ में भी सपाजनों ने जमकर प्रदर्शन किया और एसडीएम को ज्ञापन सौपा
गाजीपुर में हुआ जमकर विरोध, सपाइयो और पुलिस की नोकझोक, उड़ाया दर्जनों काले गुब्बारे
गाजीपुर जनपद में आज दिन में करीब पौने 12 बजे जंगीपुर विधायक डा. विरेंद्र यादव और पूर्व सांसद राधेमोहन के साथ सैकड़ों सपाजन हाथों में झंडा लिए और नारेबाजी करते हुए कार्यालय से निकलते हुए मुख्य गेट की तरफ बढ़े, जहां पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखा था। उनके गेट पर आते ही पुलिस भी पूरी तरह से फार्म आ गई और उन्हें रोकने लगी। पुलिस और सपाइयों में तीखी झपड़ शुरु हो गई, लेकिन सपाई किसी भी हाल में पीछे हटने को तैयार नहीं थे। वह ज्ञापन जाने की जिद्द पर अड़े रहे और धक्का-मुक्की शुरु हो गई। सपाई बलपूर्वक बैरिकेडिंग को हटाने लगे और पुलिस उन्हें रोकने के लिए जद्दोजहद करने लगी, लेकिन पुलिस आखिरकार करती भी क्या, सपाइयों की संख्या अधिक थी, जबकि पुलिस की कम। जोश का परिचय देते हुए सपाई पुलिस से धक्का-मुक्की करते हुए सड़क की तरफ बढ़े।
सपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सदर सीओ ने बलपूर्वक विधायक डा. विरेंद्र यादव को पकड़कर धक्का दिया है. इसी आरोप के साथ सपाई आग बबूला होते हुए सीओ को घेरकर धक्का-मुक्की करते हुए कार्यालय से करीब 50 मीटर की दूरी पर पहुंच गए। फिर पुलिस ने उन्हें रोका और वार्ता शुरु किया। सपाजन इस जिद्द पर अड़े रहे कि या तो जिलाधिकारी ज्ञापन लेने के लिए यहां पर आए या फिर हम लोग ज्ञापन देने के लिए जाएंगे। इस मांग को लेकर वह गाजीपुर-वाराणसी मार्ग पर बैठकर भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करन लगे। इससे आवागमन ठप हो गया। सपाइयों ने विरोध में दर्जनों काला गुब्बारा उड़ाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए करीब एक घंटा बाद सदर एसडीएम प्रभाष कुमार वहां पहुंचे और ज्ञापन लिए इसके बाद सपाजन सड़क से उठे और आवागमन सुचारू हुई।