बलिया हत्याकांड का मुख्य आरोपी धीरेन्द्र सिह गिरफ्तार, एसटीऍफ़ ने किया इनामी अपराधी को लखनऊ में गिरफ्तार
संजय ठाकुर
लखनऊ: भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह के बेहद करीबी, इतने करीबी की खुद भाजपा विधायक उनके समर्थन में खुल कर सामने ही नही आये बल्कि आंसुओ से रोने देने वाले, बलिया गोलीकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। बलिया पुलिस जिसको पकड़ कर छोड़ देती है, उस आरोपी धीरेंद्र सिंह को घटना के तीन दिन बाद एसटीऍफ़ द्वारा दबोचा गया है।
हत्यारोपी धीरेंद्र सिंह ने शनिवार को बलिया की एक अदालत में सरेंडर एप्लीकेशन लगाई थी, जिसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि वह कभी भी आत्मसमर्पण कर सकता है। पुलिस ने दुर्जनपुर गांव में हुए गोली कांड में रविवार को 2 और नामजद आरोपी संतोष यादव और अमरजीत यादव अरेस्ट किया था। इस मामले में कुल 8 नामजद आरोपी हैं।
पुलिस उप महानिरीक्षक सुभाष चंद्र दूबे ने रेवती कांड के फरार आरोपियों के विरुद्ध 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, साथ ही आरोपियों के विरुद्ध रासुका व गैंगस्टर के अंतर्गत कार्रवाई की घोषणा भी की। इसके पहले पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ के स्तर पर फरार आरोपियों के विरुद्ध 25-25 हजार रुपये इनाम घोषित किये गये थे। बताते चले कि उनके विरुद्ध रासुका व गैंगस्टर के अंतर्गत कार्रवाई की घोषणा भी किया गया था।
बलिया दुर्जनपुर गोली कांड के मुख्य अभियुक्त धीरेन्द्र प्रताप सिंह की करीब 70 घंटे बाद हुई गिरफ्तारी से मृतक परिवार के लोगो ने खुशी जताई है। इस दौरान गाव में लोगो ने एक दुसरे को बधाई भी दिया है। डीआईजी आजमगढ़ की जमकर लोग तारीफ करते हुवे कह रहे है कि उन्होंने इन्साफ के तहत कार्यवाही किया अन्यथा बलिया पुलिस ने तो धीरेन्द्र को पकड़ कर छोड़ दिया था। मृतक के भाई सूरज पाल ने कहा कि आरोपी के पकड़े जाने से खुशी तो है पर उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए और हमारे परिवार को सुरक्षा भी मिलनी चाहिए।
गौरतलब हो कि घटना का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 12 टीमें गठित की थीं। अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव ने शनिवार को बताया कि पुलिस ने शनिवार को मुन्ना यादव, राजप्रताप यादव तथा राजन तिवारी को गिरफ्तार किया जबकि शुक्रवार को देवेन्द्र प्रताप सिंह एवं नरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में कुल आठ नामजद एवं 20 से 25 अज्ञात आरोपी हैं।