वाराणसी पुलिस के हत्थे चढ़ ही गई पढ़ी लिखी उच्चकागिरी करने वाली दो सगी बहने
ए जावेद
वाराणसी। वो दोनों बहाने थी। दोनों पढ़ी लिखी और समझदार थी। समझदारी भी इतनी थी कि उसका उपयोग उन्होंने अच्छे नहीं बल्कि बुरे कामो के लिए किया और वाराणसी शहर की पुलिस के लिए सरदर्द बन गई। वो दोनों वाराणसी के सुंदरपुर में किराये पर कमरा लेकर रहने लगी थी। इन दो सगी बहनो ने शहर में वो उच्चकागिरी किया कि वाराणसी पुलिस के लिए सरदर्द बन गई। आखिर आज वाराणसी पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर यह बड़ा खुलासा शुक्रवार को लालपुर पांडेयपुर थाने की पुलिस ने किया। दोनों की शिनाख्त बिहार के मोतिहारी जिले के चपता परतापुर की खुशबू उर्फ पूजा और सौम्या राज उर्फ कीर्ति के तौर पर हुई है।
सीओ कैंट अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि हाल के दिनों में पांडेयपुर के अलावा अन्य क्षेत्रों में उचक्कागीरी की कुछ घटनाएं हुई थी। पांडेयपुर चौकी इंचार्ज राजकुमार पांडेय ने सीसी कैमरों की फुटेज की मदद से तफ्तीश की तो सामने आया कि दो युवतियां उचक्कागीरी की घटनाओं को अंजाम दे रही हैं।
तलाश शुरू की गई तो पता चला कि वह पांडेयपुर क्षेत्र में राय साहब का बगीचा नाम से चर्चित जमीन के समीप एक ऑटो के पास मौजूद हैं। सूचना मिली तो लालपुर पांडेयपुर थाना प्रभारी सुधीर कुमार सिंह ने पांडेयपुर चौकी प्रभारी राजकुमार पांडेय और टीम के साथ घेरेबंदी कर दोनों को गिरफ्त में ले लिया। उनके पास से 87 हजार 500 रुपये, नौ मोबाइल, 10 एटीएम कार्ड, दो पैन कार्ड, 10 कलाई घड़ी और सोने-चांदी के आभूषण बरामद हुए हैं।
पूछताछ में दोनों बहनों ने बताया कि वह ज्यादातर ऑटो जैसे सवारी वाहनों में कैंट स्टेशन से सवार होकर और बाजार में भी महिलाओं को बातों में उलझा कर उनका पर्स लेकर भाग जाती थीं। वह कामकाज के सिलसिले में बनारस आईं थीं। उचक्कागीरी में उन्हें इतनी कमाई होने लगी कि फिर उन्होंने इसे ही अपनी आमदनी का जरिया बना लिया।