अरुणाचल प्रदेश – नितीश के 6 विधायको ने थामा भाजपा का दामन, बोले के सी त्यागी, भाजपा को करना चाहिए अटल धर्म का पालन
आदिल अहमद
पटना/ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड के सात में से छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने से पार्टी को राज्य में एक बड़ा झटका लगा है। बता दे कि जेडीयू के इन 6 विधायकों ने इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों को कथित तौर पर बताए बिना तालीम तबोह को विधायक दल का नया नेता चुन लिया था।
राज्य विधानसभा द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के लिकाबाली निर्वाचन क्षेत्र से विधायक करदो निग्योर भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। पंचायत और नगर निगम चुनाव के नतीजों की घोषणा से एक दिन पहले यह खबर सामने आई है। बुलेटिन के अनुसार रमगोंग विधानसभा क्षेत्र के तालीम तबोह, चायांग्ताजो के हेयेंग मंग्फी, ताली के जिकके ताको, कलाक्तंगके दोरजी वांग्दी खर्मा, बोमडिला के डोंगरू सियनग्जू और मारियांग-गेकु निर्वाचन क्षेत्र के कांगगोंग टाकू भाजपा में शामिल हो गए हैं।
अब इस घटनाक्रम को लेकर जेडीयू ने अपनी पीड़ा व्यक्त की है। जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में पार्टी महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि यह गठबंधन की राजनीति के लिए ठीक नहीं है। पार्टी ने लव जिहाद के कानून को लेकर बीजेपी शासित राज्यों में चल रही कवायद को भी गलत ठहराया।
त्यागी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश की घटना को लेकर जेडीयू ने क्षोभ व्यक्त किया है। बीजेपी को अटल बिहारी वाजपेयी के अटल धर्म को अपनाना चाहिए। जेडीयू ने इस मसले पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बात की है। जेडीयू के विधायकों को अरुणाचल के मंत्रिमंडल में शामिल करने की बात कही गई थी, लेकिन उन्होंने अपने पार्टी में ही शामिल कर लिया। इससे जदयू आहत है। त्यागी ने कहा कि लव जिहाद के घृणात्मक काम को लेकर समाज को बांटा जा रहा है , इसे ठीक नही माना जा रहा है। दरअसल, यूपी के बाद मध्य प्रदेश में भी लव जिहाद को लेकर कानून बनाया जा रहा है। हरियाणा समेत कई अन्य राज्यों में इसकी तैयारी है।