आजमगढ़ – किसान आन्दोलन के समर्थन में किसानो ने किया टोल प्लाजा का घेराव, जमकर हुई नारेबाजी
संजय ठाकुर
आजमगढ़. देश में किसान आन्दोलन की आंच से पूर्वांचल भी अछूता नही रह गया है। दबी ज़बान से विरोध के स्वर उठने यहाँ भी शुरू हो गए है। इस क्रम में किसान आन्दोलन की जाँच अब आजमगढ़ की सरज़मीन तक पहुच गई है। आजमगढ़ के किसानों ने भी आज रविवार को अतरौलिया के लोहरा स्थित टोल प्लाजा का घेराव किया। साकेत महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फूलचंद यादव के नेतृत्व में हुए इस घेराव के दौरान किसानों की पुलिस के साथ जमकर धक्का-मुक्की हुई। टोल जाम करने कोशिश में दो बार पुलिस और किसान आमने-सामने हुए। इसके बाद वहीं पर सभा कर केंद्र सरकार पर उन्होंने निशाना साधा। किसानो द्वारा 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन भी एसडीएम को सौंपा।
गौरतलब हो कि फूलचंद यादव के नेतृत्व में दो दिन पहले ही टोल प्लाजा पर जाम करने की चेतावनी दी गई थी। इसे लेकर रविवार सुबह से ही यहां पर पुलिस के साथ ही पीएसी के जवानों की तैनाती कर दी गई थी। सुबह 11 बजे किसानों का एक जत्था टोल प्लाजा पर पहुच गया। इस दरमियान किसानों को पुलिस और पीएसी के जवानों ने जाम करने से रोक दिया। दो बार किसानों ने जाम करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें पीछे खदेड़ दिया। दरमियान कोशिश किसानो और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई। इस दौरान किसानों ने ट्राली का मंच बनाकर सड़क के किनारे ही अपनी सभा शुरू कर दी और केंद्र सरकार की ओर से पारित कृषि कानूनों के विरोध में आवाज बुलंद की।
मौके पर आजमगढ़ के साथ ही अंबेडकरनगर जनपद की पुलिस के साथ पीएसी बल भी मौजूद रहा। उपजिलाधिकारी बूढ़नपुर दिनेश चंद्र मिश्रा, सीओ महेंद्र कुमार शुक्ला, प्रभारी निरीक्षक अतरौलिया दिनेश कुमार यादव नजर रखे हुए थे। किसानों नेताओं से बात कर कोई भी अप्रिय स्थित न उत्पन्न होने देने की अपील कर रहे थे।
सभा के बाद किसानो के द्वारा एसडीएम को कुल 11 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन भी सौपा गया। ज्ञापन देते हुवे किसानो ने जमकर सरकार के मुखालिफ नारेबाजी किया। सभा के दरमियान भी केंद्र सरकार की नीतियों पर वक्ताओं ने जमकर प्रहार किया। इस दरमियान पुलिस शांति व्यवस्था ख़राब न करने की अपील करती प्रदर्शनकारी किसानो को दिखाई दे रही थी।