पेट्रोल डीज़ल दामो में वृद्धि पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार को याद दिलाया पुरानी ट्वीटस, शूटिंग का विरोध करने की दिया चेतावनी
आदिल अहमद
मुम्बई. आपको याद होगा कि ‘बिगबी’ यानी अमिताभ बच्चन ने पेटोलियम पदार्थो के मूल्यों में वृद्धि के सम्बन्ध में 26 मई 2012 को एक ट्वीट में व्यंग्य के लहजे में कहा था, ”रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा, गाड़ी खरीदोगे कैश से, पेट्रोल लोन से आएगा।” इसके बाद उन्होंने 4 मई 2012 को भी एक ट्वीट किया था।
फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने भी कहा था- वर्ष 2012 मैंने ड्राइवर से पूछा कहा, क्यों लेट हो तो उसने कहा-सर साइकल से आया हूं, आप मोटरसाइकिल से क्यों नही आए तो उसका जवाब था कि सर इसे शोपीस के रूप में रखा है। वाकई पेट्रोल की कीमतों का मुद्दा अहम है और सबको इसकी कीमतों में कमी कैसे हो, इस में सोचना चाहिए। यूपीए की सरकार के समय पेट्रोल की कीमतों को लेकर अक्षय कुमार ने भी 16 मई 2011 को ट्वीट किया था, और लिखा था कि ‘मैं तो घर ही नहीं पहुंच पाया था लोग पेट्रोल के लिए रात में लाइन लगा रहे थे। उन्होंने इस मसले पर एक और ट्वीट भी किया था।
अब अमिताभ बच्चन की इसी ट्वीट को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने अमिताभ बच्चन पर निशाना साधा है और हो रहे पेट्रोल डीज़ल के दामो में वृद्धि के सम्बन्ध में उनकी ट्वीटर पर ख़ामोशी का विरोध करते हुवे महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि हम उनकी फिल्मो के शूटिंग का महाराष्ट्र में विरोध करेगे। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इस इजाफे को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार की फिल्मों की शूटिंग राज्य में नहीं होने देने का चेतावनी दी है।
पटोले ने इन दोनों एक्टरों पर महंगाई के दौर में खामोशी अख्तियार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ये दोनों एक्टर, केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार के समय बहुत ट्वीट करते थे। लेकिन अब, जब नरेंद्र मोदी की सरकार में महंगाई इतनी बढ़ गई है और अब जब पेट्रोल की कीमतें 80, 90, पूरे सौ हो गई है तो इन दोनों ने चुप्पी साध रखी है। आप नेताओं की फिल्मों को लेकर यह बात क्यों कर रहे हैं। पेट्रोल की कीमत पर सबको बोलना चाहिए। आप राजनेता लोग भी बोलिए।
उन्होंने कहा कि सरकार को भी समझना चाहिए कि वह सारे राजस्व की वसूली पेट्रोल-डीजल की कीमतों से क्यों कर रही है। उसे पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने के बारे में बैठकर गंभीरता से सोचना चाहिए। यह सही है कि यूपीए सरकार के समय में सेलिब्रिटी और लोग काफी मुखर होकर बोलते थे, लेकिन इस समय सन्नाटा है।