ज़मीन पर बैठ प्रियंका ने जाना मछुआरा समाज का दर्द, रो-रो कर महिलाओं ने बताया पुलिसिया उत्पीडन की दस्ता, कहा घरो में घुस कर पुलिस वालो ने महिलाओं से किया मारपीट
तारिक खान
प्रयागराज। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी आज प्रयागराज के बसवार गाँव पहुची। जहा उन्होंने महापंचायत के तरीके से मल्लाह समाज की महिलाओं से मुलाक़ात किया। इस दरमियान प्रियंका गांधी को मछुआरा समाज की महिलाओं ने रो-रोकर अपनी दास्तां सुनाई। उन्होंने कहा कि पुलिस ने घर में घुसकर औरतों और बच्चों को भी बेरहमी से पीटा। घर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। पुलिसिया उत्पीड़न के शिकार हुए घूरपुर के बसवार गांव के मछुआरों का दर्द प्रियंका गांधी ने सुना। इस दरमियान वह ज़मीन पर बैठ कर घंटो महिलाओं से बात करती रही और बच्चो से भी बातचीत किया।
प्रियंका गांधी ने पीड़ित मछुआरों के घर भी जाकर उनका हालचाल जाना। प्रशासन के द्वारा की गई ज्यादती के बारे में लोगों से पूछा तो महिलाएं फफक कर रो पड़ीं। मछुआरों ने पुलिस के द्वारा तोड़े गए उनके नावों को भी कांग्रेस महासचिव को दिखाया। प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस विधायक अराधना मोना आदि मौजूद हैं।
कांग्रेस महासचिव ने पुलिस के बर्रबरता की निंदा करते हुए कहा कि सरकार नाविकों को मुआवजा दे। उन्होंने मछुआरों को आश्वासन दिया कि वह और कांग्रेस पार्टी हमेशा उनके साथ खड़ी हैं साथ ही उनकी लड़ाई लड़ेंगे। करीब एक घंटे के दौरे के बाद प्रियंका वापस लौट गईं। परिजनों ने बताया कि पुलिस ने घर में घुसकर पुरुषों ही नहीं बल्कि महिलाओं की बर्बरतापूर्वक पिटाई की। घरों में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई। नावों को तोड़ दिया गया है। इससे उनकी जीविका पर संकट आ गया है।
प्रियंका गांधी ने चौपाल पर मछुआरों से बातचीत और उनका दर्द जानने के बाद आश्वासन दिया कि वह और कांग्रेस पार्टी उनके हर सुख दुख में उनके साथ है। कांग्रेस मछुआरों की लड़ाई लड़ेगी और उनको न्याय दिलाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस कार्रवाई की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। इस दरमियान एक आम इंसान के तरीके से प्रियंका गाँधी ज़मीन पर ही बैठ कर महिलाओं से बातचीत करती रही।
बताया जाता है कि प्रियंका का ये दौरा मौनी अमावस्या के दिन ही तय हो चूका था। प्रियंका गाँधी के इस दौरे का सियासी मायने भी निकाला जा रहा है। एक बड़ी आबादी बतौर मतदाता मछुआरा समाज की है। इस समाज में प्रतिनिधित्व का दावा करने वाले भी राजनैतिक दल और सामाजिक संगठन भी है। मगर फिर भी इस समाज में एक तगड़ी पकड़ किसी राजनैतिक दल की नहीं है। प्रियंका के दौरे को आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र भी देखा जा रहा है।