असम चुनाव – अरे गजब, पोलिंग बूथ में दर्ज थे केवल 90 मतदाता, डल गए इतने वोट की जानकर हो जायेगे हैरान, 6 मतदानकर्मी को किया इलेक्शन कमीशन ने सस्पेंड
आदिल अहमद
गुवाहाटी : असम चुनावों में घटनाओं का क्रम रुकने का नाम नही ले रहा है। ताज़ा मामले में दिमाहसाओ जिले के एक बूथ में केवल 90 वोटर रजिस्टर्ड हैं जबकि यहां 1181 वोट डाले गए। हाफलांग विधानसभा क्षेत्र के इस बूथ में दूसरे चरण के अंतर्गत 1 अप्रैल को वोट डाले गए थे। मामले में चुनाव आयोग ने कड़ी कार्यवाही करते हुवे असम में छह पोलिंग अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। इलेक्शन कमीशन ने इसका खुलासा होने के बाद यह कार्रवाई की है।
बताते चले कि वर्ष 2016 के चुनाव में यहां से बीजेपी के बीरभद्र हगजेर ने जीत हासिल की थी। इस दौरान 74 फीसदी वोट डाले गए थे।चुनाव आयोग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि पीठासीन अधिकारी और फर्स्ट पोलिंग ऑफिसर ने अपने बयान में स्वीकार किया है कि उन्होंने मुख्य पोलिंग स्टेशन में रजिस्टर्ड वोटरों को भी इस सहायक पोलिंग स्टेशन में वोट डालने की इजाजत दे दी।
न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, सेक्शन ऑफिसर सेइखोसिएम हानगुम, प्रिसाइडिंग ऑफिसर प्रहलाद रॉय, फर्स्ट पोलिंग ऑफिसर परामेश्वर चारांगसा, सेकंड पोलिंग ऑैफिसर स्वराज कांति दास और थर्ड पोलिंग ऑफिसर लाजामलो तेइक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। चुनाव आयोग की ओर से असम में री-पोलिंग का आदेश देने की यह दूसरी घटना है।
चुनाव आयोग, इससे पहले, यहां की राताबारी सीट के एक पोलिंग स्टेशन पर फिर से वोटिंग कराने की घोषणा कर चुका है। यहां की पोलिंग टीम बीजेपी के उम्मीदवार की कार से ईवीएम लेकर स्ट्रॉन्ग रूम पर पहुंची थी, जिसके बाद करीमगंज में हिंसा भड़क गई थी। राताबरी सीट इस जिले में ही आती है। टीम के सदस्यों को चुनाव आयोग ने बर्खास्त कर दिया है। जानकारी के अनुसार, जिस कार में पोलिंग टीम के सदस्य ईवीएम लेकर पहुंचे थे, वो कार पथरकंडी के बीजेपी उम्मीदवार कृष्णेंदु पॉल की थी। इस घटना को लेकर विपक्षी पार्टियों ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर घपला करने का आरोप लगाया था।