आधार कार्ड है निःशुल्क, वसूली की मिली अगर शिकायत तो निरस्त होंगे केंद्र।
अगर आप स्मार्ट आधार कार्ड बनवाने जा रहे हैं तो पहले यह चेक कर लें कि कही फर्जी तरीके से तो कोई यह नहीं बना रहा। वह आपका कार्ड प्रिंट करने के बाद सूचनाएं लीक कर सकता है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने आम लोगों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्मार्ट कार्ड के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़ा से आगाह किया है।
प्रदेश में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिनके आधार कार्ड अभी तक नहीं बने हैं। कुछ जगह फर्जी तरीके से ये बन रहे हैं। वहीं कुछ जगह आधार कार्ड बनवाने के नाम पर 100 से 200 रुपये प्रति कार्ड लिए जा रहे हैं। जबकि प्लास्टिक कार्ड के नाम पर 50 रुपये की वसूली की जा रही है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण को लगातार शिकायतें पहुंच रही हैं।
महानिदेशक डॉ. अजय भूषण पांडेय ने बताया कि आधार कार्ड बनवाने का कोई शुल्क नहीं लगता है। अगर किसी भी व्यक्ति को प्लास्टिक का आधार कार्ड चाहिए तो वह जन सुविधा केंद्र या फिर त्रिवेणी सेंटर की मदद ले सकता है। इसका शुल्क 30 रुपये प्रति कार्ड है।
छह सेंटरों पर कार्रवाई
एडीएम वित्त राजकुमार ने बताया कि आधार कार्ड के नाम पर वसूली करने पर छह माह के भीतर छह जन सुविधा केंद्रों का लाइसेंस रद किया जा चुका है।