गाली देने के वीडियो वायरल होने पर दर्ज मुक़दमे पर फोटो प्रस्तुत कर बोले पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी, “वायरल वीडियो में गाली देने वाले भाजपा कार्यकर्ता”
मुकेश यादव
बलिया। बलिया में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में निर्वाचित होने पर राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी को गाली देने का वीडियो वायरल होने के मामले में एफआईआर दर्ज होने पर पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी और सपाइयों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुवे आज सोमवार को कहा कि वायरल वीडियो में माहौल खराब करने वाले भाजपा के ही लोग हैं। इसकी पुष्टि के लिए उन्होंने कुछ तस्वीरों को भी दिखाया। जिसमे एक युवक जो कथित रूप से वीडियो में भी दिखाई दे रहा है वह भाजपा नेताओं के साथ है।
उन्होंने साथ ही कहा कि सात साल से कम सजा वाली धाराएं लगाने के बाद भी रात में घरों में पुलिस ने दबिश दे रही है। महिलाओं और बुजुर्गों से मारपीट कर उन्हें उठा कर जनपद के विभिन्न थानों में बिठा कर रखा गया। उन्होंने निर्दोषों को तत्काल रिहा करने और दोषी पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों की जांच कर कार्रवाई की मांग की। चेतावनी दी कि एक सप्ताह में मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो समाजवादी पार्टी इसके खिलाफ आंदोलन करेगी।
गौरतलब है कि गाली-गलौज का वीडियो वायरल होने के मामले में पुलिस ने रविवार को मुकदमा दर्ज किया था। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के बाद शनिवार शाम एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें सपा कार्यालय पर प्रदेश सरकार के मंत्री उपेंद्र तिवारी के खिलाफ अभद्र बातें कही जा रही है। मंत्री तिवारी के भतीजे अश्विनी की तहरीर पर पुलिस ने नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद चौधरी, उनके पिता एवं पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी, जिपं के पूर्व सदस्य अमित यादव, जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव, राजेंद्र यादव, रमेश यादव, शिवपाल यादव, दिनेश यादव, प्रेम प्रकाश यादव, विकास कुमार ओझा समेत 10 नामजद और सैकड़ों अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया था।
इस क्रम में पुलिस ने रविवार को एक आरोपी के गिरफ्तार करने का भी दावा किया था। रविवार की रात जिपं अध्यक्ष आनंद चौधरी के गांव कपूरी समेत बलिया स्थित आवास आदि पर शहर कोतवाली और फेफना पुलिस ने छापेमारी किया था। इस दौरान कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया। इससे नाराज सपाइयों ने सपा कार्यालय पर एक पत्रकार वार्ता बुलाई। जिसमें पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने रविवार को कहा कि आरोप और मुकदमा पूरी तरह हास्यास्पद है। आनंद चौधरी के अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद डीएम और एसपी के निर्देश पर फेफना एसओ ने स्वयं अपनी जीप से उन्हें फेफना स्थित हमारे आवास पर छोड़ा था। मैं पहले से ही घर पर था। ऐसे में विजय जुलूस में हमारे शामिल होने की बात पूरी तरह मनगढंत है।
वीडियो में गाली गलौज करने वाले भाजपा के ही लोग हैं। उन्होंने साजिश के तहत ऐसा किया है। इसके लिए उन्होंने कुछ फोटो भी दिखाए। फोटो प्रूफ के तौर पर रखते हुवे कहा कि ये फोटो साबित करने के लिए काफी है कि जनता को भड़का कर नारे लगवाने वाला ये शख्स भाजपा कार्यकर्ता है। उन्होंने शासन प्रशासन से मांग करते हुवे कहा कि निर्दोषों को रिहा करें। सही लोगों पर कार्रवाई की जाए। दोषी पुलिस कर्मियों की जांच के साथ ही कार्रवाई की जाए। एक सप्ताह में कार्रवाई नहीं होने पर सपा आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी।