गज़ब की हिम्मत – जिस्म फरोशी के कारोबार को किया हाईटेक, वेब साईट और व्हाट्सएप पोस्ट से कर रहे सेक्स वर्कर्स उपलब्ध करवाने का वायदा, बकायदा जारी करते है विज्ञापन
मुकेश यादव
दुनिया का शायद सबसे हिकारत का काम जिस्म फरोशी होती है। वैसे ये कारोबार हिकारत का है इसको सभी मानते है। यहाँ तक की जो जिस्म फरोश होते है वह भी इस कारोबार को हिकारत के कारोबार के तौर पर देखते है। इसके लिए पहले भी दलाल रहते थे जो सेक्स वर्कर्स के लिए ग्राहक लाते थे और उनके कमाई में अपना कमीशन लेते थे। मगर बदलते वक्त के साथ ये हकीर काम भी हाईटेक होता जा रहा है। इसके लिए भी अब वेबसाइट से लेकर सोशल मीडिया साइट्स पर विज्ञापन तक उपलब्ध है।
इस जिस्म फरोशी के कारोबार को हाईटेक करके बकायदा इसके दलाल और कारोबारी काल गर्ल्स और प्ले बॉय के लिए विज्ञापन तक निकाल रहे है जिसमे इनका दावा है कि 40 से 50 हज़ार महीने युवक युवतिया कमा सकते है। इसके लिए बकायदा भर्ती प्रक्रिया के तरह विज्ञापन तक ये लोग जारी कर रहे है। सीधे साधे बेरोजगार नवजवानों को रंगीन मिजाजी दिखा कर इसके प्रलोभन में डाला जा रहा है। सबसे बड़ी बात है कि इन कारोबारियों एक सामने पुलिस भी कुछ नही कर रही है।
ताज़ा मामला हमारी जानकारी में तब आया जब एक सोशल साइट्स पर इस कारोबार से सम्बन्धित एक विज्ञापन को देखा। जिसके बाद हमने उस विज्ञापन की सत्यता को समझने के लिए इस विज्ञापन में उपलब्ध एक फ़ोन नम्बर पर हमने चैटिंग शुरू कर दिया। निष्कर्ष चंद ही मिनटों में सामने आ गया। तुरंत उधर से आवश्यकता है का विज्ञापन जारी कर दिया। विज्ञापन के शब्दों को सुनकर आप भी अचंभित रह जायेगे। विज्ञापन को देख कर लगता है कि इन शातिरो को पुलिस का तनिक भी डर नहीं है। वेब साईट खोल कर आप देखे तो आपका डाटा पहले माँगा जा रहा है। इन्होने अपनी सप्पोर्ट टीम भी तैयार कर रखा है।
विज्ञापन जो हमारे पास भेजा गया उसके शब्दों को आप देखे तो हैरान और परेशान हो जायेगे। शब्द थे “ कॉल बॉय जॉब में आपको अमीर घरो की लड़कियो/ओरतो के साथ योन सम्वंध बनाकर उन्हें खुश करना होता है। यह वह औरते होती है जिनके पति अक्सर उनसे दूर रहते है इसीलिए उन्हें अपनी शारीरिक जरुरत पूरी करने के लिये प्ले बॉय की आवश्यकता होती है। वह प्ले बॉय को इसीलिए बुलाती है क्यों की वह बदनामी के डर से आस — पड़ोस में सम्बन्ध नहीं बनाती है। इसीलिए वह प्ले बॉय को बुलाती है क्यों कि प्ले बॉय उनको नहीं जानते है और न ही उनका घर क्यों कि मीटिंग होटल में होती है।”
वेतन का भी किया गया है ज़िक्र
इस विज्ञापन में वेतन का भी ज़िक्र करते हुवे लिखा है कि “इस सुविधाओं आपको एक मीटिंग का काम से कम 10,000 रूपये मिलते है और ज्यादा से ज्यादा 15,000 मिलता है! पेमेंट कम ज्यादा इसलिए होता है कि कुछ क्लाइंट ज्यादा अमीर होते है और कुछ कम। लेकिन आपको एक मीटिंग का 10,000 रूपये मिलना तय है। अब लड़के हर महीने 40000 से 50000 कमाओ और अपनी जिंदगी के हर एक पल का मजा लो।”
वैसे मानना पड़ेगा इन काले कारोबारियों की हिम्मत को। एक तो काला कारोबार मगर वो भी इतना खुल्लम खुल्ला। शायद उनकी हिम्मत का सबसे बड़ा कारण ये होगा कि ये लोग जानते है कि पुलिस एक दुसरे जनपद पर मामले को टालती रहेगी। प्रकरण अमुक जनपद का है अथवा नंबर अमुक जनपद का प्रतीत होता है ये कह कर एक दुसरे के तरफ मामले को सिर्फ दिशा दे देना ही होता रहेगा और काला कारोबार चलता रहेगा।