आगरा। शीतल सिंह “माया”। कथित बीफ पार्टी को लेकर सुर्खियों में आए केंद्रीय ¨हदी संस्थान (के¨हसं) में अश्लीलता और नशेबाजी की अराजकता पर भी सवाल उठने लगे हैं। कभी गर्ल्स हॉस्टल से छात्राओं के कपड़े चोरी होते हैं, तो कभी शिक्षकों को शर्मसार करने वाले मामले में सामने आते हैं, मगर हर मामले में जांच के नाम पर परदा डाल दिया गया। कुलसचिव खुद इस तरह की घटनाएं स्वीकार कर रहे हैं।
बीफ पार्टी के फोटो वायरल होने के मामले में विरोध को पहुंचे ¨हदूवादियों के सामने खुद रजिस्ट्रार ने गंभीर मामले स्वीकार किए। उन्होंने विदेशी छात्रों की संस्कृति बताकर भले ही इन्हें ढकने का काम किया, लेकिन उनकी यह स्वीकारोक्ति संस्थानों के हालात बयां करने के लिए काफी है।।
मीडिया ने जब संस्थान के हालात की तहकीकात की, तो आधा दर्जन पुराने मामले सामने आए।
शनिवार सुबह ¨हदूवादी नेताओं के विरोध के दौरान रजिस्ट्रार चंद्रकांत त्रिपाठी ने तो बेबसी और नाकामी भरे जवाब दिए। उन्होंने कहा कि विदेशी छात्रों को यहां की संस्कृति-सभ्यता की जानकारी नहीं होती। वे जब संस्थान में आते हैं, तो यहां भी अपने देश की तरह ही रहते हैं। हम लोग जब निकलते हैं, तो वे आपस में खड़े होकर कुछ भी करते रहते हैं। तब हमें कहना पड़ता है कि छांव में जाकर बैठो। अनुशासन के लिए आपकी ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती? इस सवाल पर रजिस्ट्रार चुप हो गए।
संस्थान के अधिकारियों पर गंभीर आरोप
मामला एक
फरवरी 2011 में संस्थान के एक बड़े अधिकारी पर छात्राओं ने ऑफिस में अकेले बुलाकर अश्लील हरकत करने और छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए। दो दर्जन छात्राओं ने तत्कालीन निदेशक को लिखित शिकायती पत्र भी दिया, मगर जांच का आश्वासन देकर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। अब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं हुई।
मामला दो
सितंबर 2014 में गर्ल्स हॉस्टल से छात्राओं के कपड़े चोरी कर लिए गए। इसमें उनके अंडर गारमेंट भी थे। इस मामले में हॉस्टल की छात्राओं ने वार्डन से लिखित शिकायत की। जांच के नाम पर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
मामला तीन
करीब तीन साल पहले संस्थान की एक छात्रा ने एक प्रोफेसर पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए। संस्थान में चल रही सभा के दौरान छात्रा ने तत्कालीन उपाध्यक्ष से उसने मामले की शिकायत की। जांच के निर्देश दिए गए, मगर जांच में लीपापोती कर दी गई।
नहीं बन सकता अंदर खाना, फिर कैसे हुई पार्टी
केंद्रीय ¨हदी संस्थान के हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को भोजन के लिए तीन मेस हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जब हॉस्टल में मेस हैं, तो अंदर किसी भी तरह का मीट पकाने और पार्टी करने की परमिशन छात्रों को कौन देता है? क्या कैंपस में पार्टी के लिए परमिशन ली गई थी। इस पर कुलसचिव ने इस सवाल को ही गलत बता दिया। इस पार्टी के लिए भी उनसे कोई परमिशन नहीं ली गई थी।
विहिप और राष्ट्रीय गोरक्षा दल का प्रदर्शन
विश्व ¨हदू परिषद के पदाधिकारियों ने शनिवार को सुबह केंद्रीय ¨हदी संस्थान के गेट पर प्रदर्शन किया। संस्थान का गेट बंद कर लेने पर ¨हदूवादी धरने पर बैठ गए। इसमें विहिप नेता प्रमेंद्र जैन, सुनील पाराशर, अविनाश राणा, जितेंद्र प्रताप सिंह, रवि शंकर शर्मा, कपिल मिश्रा आदि शामिल रहे। राष्ट्रीय गोरक्षा दल के अज्जू चौहान, नंद किशोर वाल्मीकि , नीरज सिकरवार आदि ने संस्थान के गेट पर प्रदर्शन के बाद रजिस्ट्रार को ज्ञापन दिया।