सराहनीय – जिस काम को सियासी रहनुमा 3 दशक में न कर पाए, उसको इस आईएएस अधिकारी ने 5 दिन में ही कर दिखाया
शाहीन बनारसी
डेस्क। सोशल मीडिया लफ्ज़ से तो आप सभी वाकिफ़ होंगे। क्योकि मुझे नहीं लगता कि आज के इस तेजी से बढ़ रहे स्मार्ट फ़ोन के दौर में शायद ही कोई ऐसा शख्स होगा जो इस चीज़ से वंचित होगा। इस सोशल मीडिया के माध्यम से हम एक दुसरे से दूर होने के बावजूद भी जुड़े ही होते है और एक देश से दुसरे देश तथा एक शहर से दुसरे शहर की खबरे हमारे तक आती ही रहती है। सोशल मीडिया पर आये दिन खबरे वायरल होती रहती है बल्कि खबरे वायरल करने हेतु ही सोशल मीडिया का इस्तमाल किया जाता है।
The little joys of being in IAS. A short story
15.7.21-Visited Karuppanpalayam village for an inspection.Villagers stopped my vehicle & demanded bus service, a 30 y demand.
19.7.21-Bus service launched for the village
A small step by Administration, a giant leap for the village. pic.twitter.com/cHo2JEtjtH— Prabhushankar T Gunalan (@prabhusean7) July 20, 2021
ऐसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक खबर हमारे पास आई है। यह खबर तमिलनाडू के एक गाव करुप्पपलयम की है। जहाँ के लोग गरीब है और गाँव में रोज़गार न होने के कारण दुसरे शहरो में रोज़गार की तलाश में जाते है। अक्सर यहाँ के लोग रोज़गार के लिए करुर नाम के एक शहर रोजाना आते जाते रहते है। मगर इस गाव में पब्लिक ट्रांसपोटेशन की सुविधा नहीं है। तीन दशको से भी अधिक समय से सियासत यहाँ पर आती है, वोट लेती है और चली जाती है। मगर मुलभुत सुविधा आज तक नही उपलब्ध करवा पाई।
यहाँ के नागरिक अपने गाव करुप्पपलयम से रोज़गार हेतु शहर किसी यातायात साधन के द्वारा नहीं बल्कि पैदल जाते है। क्योकि यहाँ से कोई बस नही चलती है। ये बात तो आप सभी जानते है कि भूख एक दिन नहीं लगती या खाना एक ही दिन नहीं खाना होता। भूख हर दिन लगती है और इस पेट को खाना हर दिन चाहिये होता है। इसी तरह ये गाव के लोग एक दिन ही नहीं बल्कि रोजाना 3-4 किमी पैदल चलकर करुर शहर जाते है और काम करते है। इस गाव में तीन दशक से कोई भी बस ही नहीं आ रही थी। मगर अब भले कि बात ये है कि अब तमिलनाडु के करुप्पपलयम गाव में भी बसों की सुविधा शुरू हो गई है।
ये खबर सुनकर गाव वालो को बहुत राहत मिली कि स्टेट ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन ने अब उनके गाव में बसों की सुविधा कि शुरुआत कर दी है। 30 साल की इस समस्या को आईएएस अधिकारी टी प्रभूशंकर ने 5 दिन में ही ख़त्म कर दिया। उन्होंने वो काम कर दिखाया। जो कोई नेता पिछले 30 सालो से सियासत नही कर पाई थी। आईएएस अधिकारी टी प्रभुशंकर ने इस गाव में बसों कि समस्या को हल करके यह साबित कर दिया है कि इस दुनिया में अभी तक इंसानियत जिन्दा है। तमिलनाडु कि करुप्पपलयम गाव में अब दो बसे चलेंगी। आईएएस अधिकारी टी प्रभुशंकर के कारण अब गाव के रहने वाले लोग शहर में रोजगार हेतु आने-जाने के लिए पैदल जाने को मजबूर नही रहेगे। सोशल मीडिया पर ये खबर जमकर वायरल हो रही है। लोग इस आईएएस अधिकारी प्रभुशंकर की जमकर तारीफ कर रहे है।