वसुंधरा राजे ने किया जल स्वालंबन की योजना।
हैलीकाॅप्टर से पहाडों के बीच सालावाली ढाणी स्थित कार्यक्रम स्थल पर ही उतरी और एनीकट के निर्माण कार्य पर परात से मिट्टी भर कर सर पर रख कर डाली।
वसुन्धरा राजे ने कार्यक्रम में जनता को सम्बोधित करते हुए बताया की पिछले साठ साल से सरकारी विभागों को पैसा दिया जा रहा है। लेकिन जितनी हरियाली और पानी का भण्डारण होना चाहिये था नहीं हो पारया है। इसलिये राजस्थान सरकार ने सोचा कि यह सब काम अब हमें खुद को करना होगा और जल स्वावलंबन योजना की शुरूआत की गई। जिसमें स्थानीय लोंगो का भी पैसा लगे। जिससे उन्हे लगे कि यह अपना और अपने लिये काम हो रहा है। जिससे काम की गुणवत्ता और रख रखाव में परिवर्तन दिखेगा। जल स्वालंबन कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सिंधिया को कार्य के लिये जन प्रतिनिधियों और व्यवसाइयों की तरफ से 25 लाख के चैक भी दिये गये। सीकर जिले के पत्रकारों की तरफ से भी एक दिन की तनख्वाह और जिले के एमएलए व प्रधान और जिला प्रमुख की तरफ से भी एक महिने की तनख्वाह इस कार्य के लिये देने की घोषणा की गई।