मनबढो ने तोड़ी फौजी की दिवार, भटक रहा परिवार नहीं मिल रहा है न्याय।
आज़मगढ़ (रोशन लाल)। फौजी से हम सबको मुहब्बत तभी तक रहती है जब तक देश पर मंडराते खतरे से वो लड़ता हुवा अपनी जान की क़ुरबानी नहीं देता। हम कुछ दिन सोशल मीडिया पर अपने आंसू बहाते है फिर अपने काम में लग जाते है। देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाला फौजी इन्साफ के लिए भटकता रहता है मगर किसी को कोई फिक्र नहीं होती है। ऐसी ही एक घटना आज ज़िले के महराजगज थाना क्षेत्र के गोसाईंपुर गांव में हुई।
जहा 13 फ़रवरी की रात को कुछ क्षेत्रीय मनबढो ने गांव के एक फौजी के घर की दीवार तोड़ दिया और इंसाफ के लिए फौजी का परिवार सम्बंधित थाने का चक्कर काट रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उपरोक्त गावँ के निवासी मकरन्द सिंह पुत्र धारी सिंह फ़ौज में चालक के पद पर कार्यरत है और वर्त्तमान में आसाम में तैनात है। उनके पैतृक आवास में 13 फ़रवरी की रात गांव के मनबढो ने JCB लगाकर मकान की चारदीवारी तोड़ दिया। इस सम्बन्ध में फौजी की पत्नी ने गांव के लगभग आधा दर्जन लोगों को नामजद करते हुए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई सुचना पाकर पुलिस ने चार लोगों पकड़ा और टूटी दीवाल को जुड़वाने की हिदायत देते हुए छोड़ दिया। समाचार लिखे जाने तक दीवाल नही जुडी थी। इतना कर पुलिस ने अपने कर्तव्यों से पल्ला झाड़ लिया। अब पुलिस हिला हवाली कर रही है। जबकि न्याय पाने के लिए पीड़ित महिला थाने का चक्कर काट रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उपरोक्त गावँ के निवासी मकरन्द सिंह पुत्र धारी सिंह फ़ौज में चालक के पद पर कार्यरत है और वर्त्तमान में आसाम में तैनात है। उनके पैतृक आवास में 13 फ़रवरी की रात गांव के मनबढो ने JCB लगाकर मकान की चारदीवारी तोड़ दिया। इस सम्बन्ध में फौजी की पत्नी ने गांव के लगभग आधा दर्जन लोगों को नामजद करते हुए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई सुचना पाकर पुलिस ने चार लोगों पकड़ा और टूटी दीवाल को जुड़वाने की हिदायत देते हुए छोड़ दिया। समाचार लिखे जाने तक दीवाल नही जुडी थी। इतना कर पुलिस ने अपने कर्तव्यों से पल्ला झाड़ लिया। अब पुलिस हिला हवाली कर रही है। जबकि न्याय पाने के लिए पीड़ित महिला थाने का चक्कर काट रही है।