6 बसपा विधायको और एक भाजपा विधायक ने लिया अखिलेश का साथ, बोले अखिलेश भाजपा अब “भागता परिवार” रह जाएगी
शाहीन बनारसी
डेस्क। चुनाव सर पर है। मौसम जहा सर्द हो रहा है वही राजनैतिक सरगर्मियां तेज़ होती जा रही है। इसी राजनैतिक सरगर्मियों के तहत आज बसपा और भाजपा को बड़ा झटका सपा ने दे डाला है। बसपा के छह विधायक आज शनिवार को सपा में शामिल हो गए। इन्हें अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई है। माना जा रहा है कि ये विधायक लंबे समय से अखिलेश के संपर्क में थे। वहीं, एक भाजपा विधायक ने भी सपा की सदस्यता ले ली।
सपा की इस सफलता को चुनाव से पहले यह बसपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। उधर, सपा भाजपा की मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभर रही है और लगातार मजबूत होती नजर आ रही है। बसपा व भाजपा से आए विधायकों का अखिलेश यादव ने सपा कार्यालय में स्वागत किया और उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। सपा की सदस्यता लेने वाले बसपा विधायको में सुषमा पटेल मुंगरा बादशाहपुर, जौनपुर, हरगोविंद भार्गव सिधौली, सीतापुर, असलम चौधरी धौलाना, हापुड़, असलम राइनी, श्रावस्ती, हाकिम लाल बिन्द, हंडिया, प्रयागराज, मुज्तबा सिद्दीकी प्रतापपुर प्रयागराज और भाजपा के सीतापुर सदर के विधायक राकेश राठौर है।
इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि बहुत लोग हैं जो सपा में शामिल होना चाहते हैं। चुनाव आने तक भाजपा ‘भागता परिवार’ ही रह जाएगी। इस चुनाव में भाजपा का सफाया होना तय है। उन्होंने भाजपा का घोषणा पत्र पढ़ा और कहा कि भाजपा ने किसानों से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया। न तो उनकी आय दोगुनी हुई और न ही ऐसे प्रयास हुए जिससे उनका जीवन बेहतर हो।
अखिलेश ने कहा कि जनता में सरकार के प्रति आक्रोश है। महंगाई जबरदस्त तरीके से बढ़ रही है। भाजपा के लोग पन्ना प्रमुख बनाते हैं और अपने घोषणा पत्र का पन्ना पलटना भूल जाते हैं। अभी तक बच्चों को लैपटॉप और टैबलेट नहीं दे सके हैं। वहीं, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बारे में अखिलेश ने कहा कि उनका सम्मान रखा जाएगा। वह भी हमारे ही साथ रहेंगे।