वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के हत्थे चढ़े शाखा पर सुतली बम फेकने वाले तीनो अभियुक्त, बकरीदु से खरीद कर सुतली बम प्रभुनाथ ने फेका था ताकि कर सके आराम से बैठ कर नशा
तारिक आज़मी
वाराणसी। वाराणसी में विगत 28 अक्टूबर को लल्लापुरा क्षेत्र में संघ की शाखा में प्रार्थना के समय सुतली बम फेक कर दहशत फैलाने के आरोप में सिगरा पुलिस ने बड़ी सफलता प्राप्त करते हुवे तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में प्रभुनाथ, बकरीदु और इम्तियाज़ उर्फ़ बाबु है। घटना का मुख्य कारण इन युवको द्वारा वहा बैठ कर नशेबाज़ी करने में खलल पड़ना सामने आया है।
गौरतलब हो कि 28 अक्टूबर को सुबह संघ की शाखा में प्रार्थना के दरमियान किसी ने सुतली बम फेक कर इलाके में दहशत बनाने की कोशिश किया था। इस क्रम में विजय जायसवाल के लिखित तहरीर पर सिगरा पुलिस ने सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दिया था। डीसीपी वरुणा ने प्रकरण के खुलासे के लिए सिगरा इस्पेक्टर अनूप शुक्ला के नेतृत्व में एसआई प्रकाश सिंह और चौकी इंचार्ज माताकुंड विजय प्रकाश यादव की टीम बनाया था। पुलिस टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज और अन्य इलेक्ट्रानिक साक्ष्यो के माध्यम से घटना का सफल खुलासा करते हुवे तीन अभियुक्तों को गिरफतार कर लिया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम प्रभुनाथ, बकरीदु और इम्तियाज़ है।
अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि ये तीनो ही साथ में बैठ कर गांजा पीते थे। इस दरमियान विजय जायसवाल के द्वारा इन नशेबाजो को वहा नशा करने से मना किया जाता था। इससे खीझ कर इन तीनो ने एक राय होकर दहशत फैलाने की सोची और इसके लिए बकरीदु ने प्रभुनाथ से 500 रूपये में तीन सुतली बम बेचे। बताया जाता है कि बकरीदु पहले सुतली बम बनाता था। प्रभुनाथ ने तीनो सुतली बम दहशत फैलाने के उद्देश्य से फेके थे। इन तीनो को इस बात का ज़रा भी अंदाजा नही था कि यह हरकत कितनी भारी पड़ेगी। घटना के बाद से तीनो खुद को बचने के लिए भागे भागे फिर रहे थे। इस दरमियान आज दोपहर में डेढ़ बजे तीनो अभियुक्तों को सिगरा पुलिस द्वारा हबीबपुरा से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में मुख्य रूप से इस्पेक्टर सिगरा अनूप शुक्ला, एसआई प्रकाश सिंह और विजय प्रताप यादव शामिल रहे।