दरोगा जी पापा को कहिये न मैं सिर्फ अभी 13 साल की हु, मुझको पढ़ना है
कानपुर। इब्ने हसन ज़ैदी। जहां एक तरफ सरकार बेटी पढाओं बेटी बचाओ का अभियान चला रही है। बेटियों को शिक्षित करने के लिए रोज नई नई योजनाये बना रही है तो वही दूसरी तरफ बेटियां पढ़ने के लिए थाने तक जाने को मजबूर है। ऐसा ही हुवा आज कानपुर के नौबस्ता थाने में जहा 13 साल की बच्ची अपने पिता कि शिकायत इस बात को लेकर आई कि उसके पिता ने उसकी पढाई बंद करावा दी है।
घटना कुछ यु हुई कि कानपुर के नौबस्ता थाना क्षेत्र के बौद्धनगर की 13 साल की शिवानी ऐसी शिकायत लेकर थाने पंहुची जहां शिकायत सुनकर वहा मौजूद सभी पुलिस वाले भी दंग रहे गये। आँखों में मज़बूरी के आंसू लिए लडखड़ाती हुई आवाज में थानाध्यक्ष राजदेव प्रजापति से उसने कहा कि मैं कक्षा 7 में पढ़ रही हू और आगे भी पढ़ना चाहती हू पर मेरे पिता मुझे पढ़ने से रोक रहे है। वह शराब के लती है। मासूम शिवानी के दो भाई और है जिनको कभी भी स्कूल भेजा ही नही गया। किसी तरह मामा की मदद से घर के पास के स्कूल जा रही थी लेकिन पिता ने उस पर भी रोक लगा दी है। वही मासूम शिवानी का कहना है कि मेरे पिता घर में चौका बर्तन कर पैसे कमाने को कहते हैं व खुद बाबा की पेंशन से शराब पीते हैं, और मां को भी तीन दिन पहले घर से निकाल दिया है।
शिवानी की इस दुःख भरी कहानी सुनकर पत्थर का दिल भी पिघल पड़ा है। थानेदार ने उसकी पीड़ा को समझा है। पुलिस जांच कर रही है।
शिवानी की इस दुःख भरी कहानी सुनकर पत्थर का दिल भी पिघल पड़ा है। थानेदार ने उसकी पीड़ा को समझा है। पुलिस जांच कर रही है।