वाह कानपुर पुलिस – पहले अभद्रता फिर मारपीट बाद में सॉरी सॉरी।
हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद हुआ भरत मिलाप, जिस अधिवक्ता के साथ थोड़ी देर पहले तक थाना पुलिस अपराधियों जैसा वर्ताव कर रही थी उसी से दिल खोल कर गले मिले दरोग़ा जी।।
कानपुर। इब्ने हसन ज़ैदी। ग्वालटोली थाना क्षेत्र के मकबरा में रहने वाले अधिवक्ता रिजवान अहमद के पिता इत्ताखर अहमद ह्रदय रोग से पीड़ित है और बीते कई दिनों तबियत ख़राब होने के कारण निजी अस्पताल में भर्ती है। जिनकी देख रेख में बेटा रिजवान लगा हुआ है।
मंगलवार दोपहर रिजवान अस्पताल से घर खाना खाने के लिए आया था और फिर कुछ ही देर में अस्पताल के लिये निकला था अभी वो घर से ग्वालटोली थाने के सामने पंहुचा था की तभी थाने के 2 सिपाहियों ने गाड़ी रोक ली और कागज दिखाने को कहा जब तक वो कागज दिखाता तब तक सिपाहियों ने गाड़ी की चाभी निकाल ली और थाने के अंदर जाने लगे तो रिजवान ने अपना परिचय देते हुये गाड़ी से चाभी निकालने का विरोध किया तभी वहाँ दरोगा राजेश कुमार पाण्डेय आ गए और रिज़वान को पीटते हुये थाने ले जाकर मोटरसाइकिल सीज कर दी वही जब अधिवक्ता के मामले की सूचना कचेहरी पहुँची तो आक्रोशित आधा सैकड़ा वकीलों ने थाने में जाकर जमकर हंगामा काटा तो घबराये दरोग़ा ने सार्वजनिक तौर पर माफ़ी माँगा और यही नहीं अपने बड़े भाई का परिचय देते हुए बताया की वो भी वकील है इसलिए सभी वकील मेरे भाई कहते हुए रिज़वान को गले लगा लिया।।