वाराणसी: एकरूपता दिखाने में वीडीए ने अब रंग दिया कांग्रेस कार्यालय, प्रदेश उपाध्यक्ष ने दिया 36 घंटे का अल्टीमेटम
शाहीन बनारसी
वाराणसी। आने वाले वीआईपी सम्भावित दौरे के मद्देनज़र वाराणसी विकास प्राधिकरण एकरूपता दिखाने के चक्कर में एक और विवाद को जन्म दे बैठा है। वाराणसी विकास प्राधिकरण ने इस बार कांग्रेस के मैदागिन स्थित कांग्रेस कार्यालय को गुलाबी रंग से रंग दिया है। कल देर रात रंगे गए इस कार्यालय को लेकर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताते हुवे वीडीए उपाध्यक्ष को पत्र लिख कर 36 घंटे के अन्दर पूर्व स्थिति करने का अनुरोध किया है।
बताते चले कि श्री विश्वनाथ कारीडोर के लोकार्पण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वाराणसी दौरा प्रस्तावित है। इस दौरे में आने वाले वीआईपी को वाराणसी विकास प्राधिकरण कारीडोर और आसपास के इलाकों को एकरूप दिखाने के लिए सभी भवनों को गुलाबी (गेरुआ) कलर से रंग रहा है। इसी क्रम में प्राधिकरण ने जल्दबाजी दिखाते हुवे बिना अनुमति बुलानाला स्थित एक मस्जिद को भी रंग दिया था। जिसके बाद अनुजम इन्तेजामियां मसाजिद कमेटी ने आपत्ति किया तो वापस मस्जिद को सफ़ेद रंग से रंगा दिया।
अब प्राधिकरण ने मैदागिन चौराहे के पास स्थित कांग्रेस कार्यालय को भी इसी रंग में रंग दिया है। कांग्रेसजनों का कहना है कि बिना अनुमति के हमारे कार्यालय के भवन का रंग बदल दिया गया। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी विधि विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह ने कहा है कि बिना अनुमति कांग्रेस कार्यालय को रंगना एक कानूनन अपराध है। हमने इस सम्बन्ध में वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को पत्र लिखा है और 36 घंटे के अन्दर पूर्व स्थिति कायम करने को कहा है।
उन्होंने कहा कि यदि वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा हमारे पार्टी कार्यालय को पूर्व की स्थिति में नही किया जाता है तो निश्चित समय अवधी के उपरांत हम कानूनी लड़ाई लड़ेगे। किसी के भी भवन का रंग बदल देना बिना उसके अनुमति के गलत है। हम इन्साफ की बात करते है, नियमो की बात करते है। प्राधिकरण को अनुमति लेना चाहिए थे। मगर प्राधिकरण ने ऐसा कुछ नही किया जो कानूनन अपराध है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीता राम केशरी ने हमसे बात करते हुवे कहा कि ये मात्र तानाशाही का काम है। बुलानाला पर कुछ भवनों के शीशे तक गेरुआ रंग से कर दिया गया है। एकरूपता दिखाने के लिए तानाशाही रवैया हम कांग्रेस जन बर्दाश्त नही करेगे। कांग्रेस तानाशाही का विरोध हमेशा करती रही है और रहेगी। शहर कांग्रेस अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने कहा कि ये तानाशाही का रवैया दिखाया जा रहा है। जनता इसको समझ रही है। 2022 में इसका जवाब जनता देगी। हम इस तानाशाही का विरोध करते रहे है और करते रहेगे।
इस सम्बन्ध में हमने वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष से उनके दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया तो उनका नम्बर व्यस्तता के कारण ऑफ था। वाराणसी समाचार लिखे जाने तक कांग्रेसजनों की एक बैठक कांग्रेस कार्यालय में चल रही थी। जिसमे आगे की रणनीति बनाया जा रहा है।