भाजपा विधायक धर्म सिंह सैनी ने किया अखिलेश से मुलाक़ात, लखीमपुर खीरी के 5 बार विधायक रहे बाला प्रसाद ने भी दिया इस्तीफ़ा, अटकलो के बीच एनसीपी ने दिया बड़ा बयान
फारुख हुसैन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में पिछड़े समाज से सम्बन्धित मंत्रियो और विधायको के इस्तीफे का दौर आज भी जारी है। इस दरमियान आज डॉ धर्म सिंह सैनी ने अखिलेश यादव से मुलाकात किया और उनका सपा में जाना लगभग तय माना जा रहा है। इसी बीच लखीमपुर से 5 बार के विधायक रहे भाजपा नेता बाला प्रसाद ने भी इस्तीफ़ा दे दिया है। इस दरमियान एनसीपी ने भाजपा पर तंज़ कसते हुवे उसके 13 विधायको के इस्तीफे की भविष्यवाणी किया है।
अखिलेश यादव से मिलने पहुचे डॉ0 धर्म सिंह सैनी का अखिलेश ने आज स्वागत किया और उनकी तस्वीर ट्विटर पर शेयर की। उन्होंने लिखा कि “सामाजिक न्याय” के एक और योद्धा डॉ0 धर्म सिंह सैनी के आने से, सबका मेल-मिलाप-मिलन कराने वाली हमारी ‘सकारात्मक और प्रगतिशील राजनीति’ को और भी उत्साह व बल मिला है। सपा में उनका ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है। आगे उन्होंने कहा कि बाइस में समावेशी-सौहार्द की जीत निश्चित है। वही डॉ0 सैनी ने कहा कि योगी सरकार के दो और मंत्री इस्तीफा देंगे। उनके साथ ही कई और विधायक भी भाजपा का साथ छोड़ेंगे। उधर, मंत्रियों व विधायकों के लगातार भाजपा छोड़ने से पार्टी मुश्किल में नजर आ रही है पर भाजपा समर्थकों का कहना है कि यूपी में पार्टी प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी।
दूसरी तरफ इस सबसे पहले लखीमपुर खीरी की धौरहरा विधानसभा सीट से पांच बार के विधायक और भाजपा नेता बाला प्रसाद अवस्थी ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वह सपा कार्यालय पहुंचे। विनय शाक्य ने भी इस्तीफा दे दिया और सपा कार्यालय पहुंचे। विधायको और नेताओं के इस्तीफ़ा देने और सपा के खेमे का रुख करने से भाजपा हाई कमान भी चिंतित नज़र आ रहा है। इसी दरमियान सांसद रीता बहुगुणा जोशी के सपा से बढती नजदीकियों के बीच आज भाजपा ने उन्हें दिल्ली आने का बुलावा भेजा हुआ है।
एनसीपी ने कसा तंज़
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि एक भी दिन ऐसा नहीं गुजरता जब भाजपा का कोई नेता पार्टी नहीं छोड़ता। उदाहरण के लिए यूपी को ही लीजिए, 13 विधायक दूसरी पार्टी में शामिल होने के लिए भाजपा छोड़ रहे हैं। मुझे पता चला है कि भाजपा के चार विधायक आज ही पार्टी छोड़ रहे हैं।
वहीं, एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। एक सीट का एलान हो चुका है और दूसरी सीटों के लिए बातचीत जारी है। हम यूपी में बनने वाले गठबंधन का समर्थन करेंगे। इससे पहले 11 जनवरी को पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव को लेकर भी अहम बयान दिया था। उन्होंने कहा कि यूपी के लोग अब बदलाव चाहते हैं। हम भी राज्य में बदलाव को देखना चाहेंगे। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कराने की कोशिश हो रही है। राज्य के लोग इसका मुहंतोड़ जवाब देंगे।