ब्यूरो रिपोर्ट मलपुरा: दुकान के विवाद में मारपीट और गोली कांड के बाद भी समझौता पूरा न होने पर मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। सपा नेता की पैरवी में पुलिस को देख दूसरा पक्ष भड़क उठा। एसओ से धक्कामुक्की की गई। इस दौरान हाईवे पर जाम लगाने की कोशिश भी हुई।
मामला मिढ़ाकुर का है। दुकानों को लेकर विवाद में पिछले दिनों गोलियां चली थीं। इसमें एक गोली शफीक पुत्र हाजी हनीफ कुरैशी के पेट में लगी। मामले में सपा नेता रवि चौधरी और एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। आरोपी को हिरासत में लेने के बाद थाने पर बिठाए रखा। बाद में सुलह के लिए समय देकर छोड़ दिया। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि वे समझौते के लिए तैयार हो गए, लेकिन उनकी ओर से दुकानें हफ्तेभर में खाली करने की शर्त रखी। इस संबंध में लिखा पढ़ी भी हो गई और लिखित समझौता एसओ को दे दिया गया। समय गुजरने के बाद दुकानें खाली नहीं हुई तो पीड़ित पक्ष मंगलवार को सड़कों पर उतर आया। उन्होंने दुकानें नहीं खुलने दीं। जमकर हंगामा कर दिया।
थानाध्यक्ष मलपुरा पुलिस बल के साथ पहुंच गए। पुलिस ने उन्हें हटाने का प्रयास किया, तो भीड़ में मौजूद एक युवक ने पत्थर फेंक दिया। इस पर थानाध्यक्ष ने शफीक के चाचा काले उर्फ रहीस का गिरेबान पकड़ लिया। यह देख भीड़ उग्र हो गई। थानेदार से धक्का-मुक्की कर दी। अन्य पुलिसकर्मियों को भी हाथों में लाठी-डंडा लेकर दौड़ा दिया। वे पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जयपुर हाईवे पर जाम करने की कोशिश करने लगे। सूचना पर आए एसडीएम सदर एमपी सिंह, सीओ अछनेरा एसके शर्मा आ गए। उन्होंने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देते हुए ग्रामीणों को शांत कराया।
दोनों पक्ष जता रहे दुकानों पर हक
हनीफ ने करीब 25 साल पहले रामगोपाल, हरगोपाल और प्रभुदयाल से दुकानों का बैनामा कराया था, जबकि रवि के भाई रघुनाथ ने इसी वर्ष दामोदर से बैनामा दिखाया है। एसडीएम ने दोनों बैनामा जांच के लिए भेजे हैं। उनका कहना है कि फर्जी बैनामा मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।