नई दिल्ली। राज्यसभा में आज भी बीजेपी के नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को लेकर जबरदस्त हंगामा मचा। कांग्रेस ने ऑगस्ता हेलीकॉप्टर डील में सोनिया गांधी का नाम लिए जाने पर विरोध जताते हुए जमकर हंगामा किया।
स्वामी के खिलाफ कांग्रेस के सांसद वेल तक पहुंच गए और विरोध जताने लगे। कांग्रेस के हंगामे पर स्वामी ने कहा ये इटली का संविधान मानते हैं इसलिए हंगामा कर रहे हैं। इस पर सभापति ने भी आपत्ति जताई। सभापति ने नसीहत देते हुए कहा कि स्वामी अनावश्यक रूप से सदन को उकसा रहे हैं। स्वामी ने जो भी कहा वह रिकॉर्ड में शामिल नहीं किया जाएगा।
नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने स्वामी के बोलने के साथ ही ऐतराज करना शुरू कर दिया। आजाद ने कहा कि स्वामी घोटाले में सोनिया का नाम ले रहे हैं। सभापति ने उनसे जब पूछा कि आपकी दिक्कत क्या है। आजाद ने स्वामी की ओर उंगली उठाकर कहा कि समस्या है बीजेपी के इस नए गिफ्ट से। आजाद ने कहा कि स्वामी सड़क की भाषा बोलते हैं। वह संसद और सड़क की भाषा में अंतर नहीं समझते।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने भी स्वामी की भाषा पर ऐतराज उठाया। कांग्रेसी सांसदों ने सभापति से स्वामी को बैठाए जाने की मांग की। इस पर सभापति ने कहा कि स्वामी के कमेंट रिकॉर्ड में शामिल नहीं किए जाएंगे। इस पर आजाद ने कहा कि आप कितने पर रिकॉर्ड से बयान हटाएंगे, ये तो दूसरा ही दिन है।
स्वामी की जैसे ही बोलने की बारी आई तो सदन में हंगामा हो गया। सभापति ने भी स्वामी को बोलने से रोक दिया और कहा कि मेरे पास फाइनल लिस्ट है आपका नाम इसमें नहीं है। इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विरोध करते हुए कहा कि आप ऐसा कैसे कर सकते हैं, लिस्ट में नाम है, ये तो भेदभाव है। सभापति ने कहा कि मैं आपसे ज़्यादा कानून जानता हूं, आप बैठ जाइये। आप कम्पलेंट कर सकते हैं, ये मेरे और मंत्री के बीच का मैटर है हम देख लेंगे।