इटावा। ‘क्लीन यूपी ग्रीन यूपी’ के नारे के साथ उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार 15 से 20 जुलाई तक पूरे प्रदेश में एक दिन में पांच करोड़ पौधे लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में जुट गई है। इटावा में इसके तहत 11 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है लेकिन जिलाधिकारी की देखरेख में वन विभाग ने 12 लाख 30 हजार से अधिक पौधे लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।
वन विभाग ने शुरू की कवायत
इटावा के प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी कन्हैया पटेल ने गुरुवार को यहां बताया कि एक दिन में पांच करोड़ पौधे लगाने का विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए चुनाव जैसी तैयारियां की जा रही हैं। जिस तरह से चुनाव में बूथों पर व्यवस्था की जाती है उसी प्रकार से 139 स्थानों का चयन पौधारोपण के लिए किया गया है। उन स्थानों पर खंड विकास अधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट, तहसीलदार को जोनल मजिस्ट्रेट और सभी उपजिलाधिकारियों को सीनियर जोनल अधिकारी बनाया जाएगा। प्रत्येक स्थान पर दो ऑडिटर, दो को-ऑर्डिनेटर के साथ वीडियोग्राफर व फोटोग्राफर को भी लगाया जाएगा। प्रत्येक स्थान की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वन विभाग के अधिकारी भी बराबर भ्रमण करते रहेंगे। इसके लिए वन विभाग परिसर में एक कन्ट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पौधे लगाने का काम 15 से 20 जुलाई को होगा जिसके लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा।
कहां-कहां रोपे जाएंगे पौधे
कन्हैया पटेल ने बताया कि इटावा जिले में बीहड़ क्षेत्रों के साथ शहर में सड़कों के किनारे, नहर पटरी के किनारे तथा अन्य स्थानों पर पौधारोपण किया जाएगा। इसके लिए 139 स्थानों का चयन भी किया गया है और पौधे लगाने के लिए गड्ढे खोदकर उसमें जिप्सम व खाद डालकर गड्ढों को तैयार किया जा रहा रहा है जिससे यह पौधे पूरी तरह से सुरक्षित व हरे-भरे रह सकें।
इटावा में 2 हजार 94 हेक्टेयर भूमि पर पौधे लगेंगे
उन्होंने आगे कहा कि इटावा जिले में 2 हजार 94 हेक्टेयर भूमि पर पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही पर्यावरण के प्रति स्कूली बच्चों जागरूक करने के लिए बच्चों को भी इन स्थानों का भ्रमण कराया जाएगा और पौधों के महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी। कई विभागों को इस अभियान में शामिल किया गया है। समाज सेवी संस्थाओं के साथ डिग्री कॉलेज के छात्र-छात्रओं का भी इसमें सहयोग लिया जाएगा।
पौधों की नहीं कमी
पौधारोपण के लिए इटावा की 11 नर्सरियों में 22 लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इसके साथ ही केन्द्रीय पौधशाला, इटावा के साथ जसवंतनगर, सेना भूमि सैफई, बसगवां, लुहिया, चकरपुर रुद्रपुर, भरथना, मोढ़ी, महेवा, लखना, चकरनगर आदि नर्सरियों में पौधों को तैयार किया जा रहा है। सरकार ने जिले में 11 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है लेकिन यहां पर लक्ष्य से अधिक 1 लाख 30 हजार 438 पौधे अतिरिक्त लगाए जाएंगे। साथ ही इन पौधों का रख-रखाव भी वन विभाग के द्वारा किया जाएगा।
बीहड़ इलाके में भी लगेंगे पौधे
बीहड़ी क्षेत्रों में चिलबिल, कंजी, शीशम, अकेसिया, नीम, नहर के किनारे कंजी शीशम, जामुन, नीम, हाईकस, पीपल, बालमखीरा के पौधे लगाए जाएंगे। ऊसर क्षेत्र में मिट्टी की अमलीयता कम है इसलिए यहां पर जिप्सम डालकर अमलीयता बढ़ाई जा रही है। ऊसर क्षेत्र में विलायती बबूल को लगाया जाएगा।
2013 में लायन सफारी में हुआ पौधारोपण
उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार की पहल पर 2013 में लायन सफारी, फिशर फॉरेस्ट व सफारी के आस-पास कई क्षेत्रों में भी एक हजार एकड़ भूमि पर डेढ़ लाख पौधे लगाए गए थे। इनमें से ज्यादातर पौधे पूरी तरह से सुरक्षित हैं और उनकी देखभाल भी की जा रही है। फिशर फॉरेस्ट में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने भी कल्पवृक्ष का पौधा लगाया था। उसके अलावा अन्य स्थानों पर कंजी, शीशम, जामुन, नीम, हाईकस, पीपल आदि कई प्रकार के पौधे भी लगाए गए थे। पौधों की सुरक्षा के लिए तार भी लगाए गए हैं।