कानपुर। इब्ने हसन ज़ैदी। वैसे तो तलाक होने के बाद भी पति पत्नी के झगडे कोर्ट पहुँचते लेकिन तब मामला ज्यादा गम्भीर हो जाता है जब दोनों में से कोई एक राजनितिक य सामाजिक पृष्टभूमि का हो. कानपुर की सपा नेत्री व समाज सेविका उज़्मा सोलंकी के पूर्व पति ने उज़्मा के ऊपर मार पीट और धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज़ कराई है वहीँ उज़्मा ने आरोपों का सबूत के साथ खंडन किया है।
सपा नेत्री व समाज सेविका उज़्मा सोलंकी का एक साल पहले अपने पति दानिश से तलाक हो चूका है. दानिश ने कोर्ट के माध्यम से उज़्मा सोलंकी, उनके पिता और दो भाइयों के खिलाफ मार पीट, बलवा और धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कोर्ट के माध्यम से 156 (३) के तहत चकेरी थाने में मुकदमा दर्ज़ कराया है. दानिश का आरोप है की उनकी पूर्व पत्नी ने पैसे के लिए उनके ऊपर हमला किया था. वहीँ इस पूरे मामले में उज़्मा सोलंकी का कहना है की उनके पूर्व पति एक फ़र्ज़ी फर्म चला रहे है जिसके चक्कर में पेशबंदी करते हुए झूठा मुकदमा लिखाया गया है. उन्होंने कहा की सबसे बड़ी बात ये है की जिस छोटे भाई को घटनास्थल पर बताया गया है वो तो देश में ही नहीं था और अमेरिका में था उस समय. यहाँ तक की बाकी तीनो भी घटनास्थल पर मौजूद नहीं थेय. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गयी है।
अगर सूत्रो की माने तो उज़्मा के पुर्व पति एक बड़े एक्सपोर्टर है और विधायक इरफ़ान सोलंकी के करीबी मित्र है वही उज़्मा सोलंकी विधायक के सगे चाचा की बेटी है। चाचा-भतीजे में पूर्व से संपत्ति विवाद चल रहा है। इस विवाद में कई बार पहले भी विधायक और उज़्मा के पिता के बीच मारपीट भी हुई है। ज्ञातव्य रहे कि जनप्रिय विधायक स्वर्गीय हाजी मुश्ताक सोलंकी के मृत्यु के उपरांत उनके पुत्र हाजी इरफ़ान सोलंकी विधायक है। यदि राजनैतिक विश्लेषकों और सर्वे की बात मानी जाय तो इरफ़ान सोलंकी को अपने पिता की लोकप्रियता का काफी लाभ मिलता है। परंतु ध्यान देने योग्य यह भी है कि विधायक इरफ़ान सोलंकी और विवादों का पुराना सम्बन्ध रहा है।