【शीतल सिंह “माया” की रिपोर्ट】
आगरा: बेटियों को कोख में मारने वालों के हौसले बुलंद हैं। वे मोटी कमाई के लिए लिंग निर्धारण कर रहे हैं। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होती है। आलम यह है कि बीकानेर, राजस्थान की टीम आगरा से डॉ. अमित गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज देती है। मगर यहां का जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम अल्ट्रासाउंड सेंटर का लाइसेंस तक निरस्त नहीं कर सकी है। अब लाइसेंस को निरस्त करने की संस्तुति की है।
मंगलवार को राजस्थान की टीम ने डॉ. अमित अल्ट्रासाउंड स्कैनिंग सेंटर, एमजी रोड पर छापा मारा था। लिंग निर्धारण करने के आरोप में डॉ. अमित गुप्ता को गिरफ्तार करने के साथ अल्ट्रासाउंड मशीन भी जब्त की थी। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दो दिन बाद गुरुवार को सेंटर को खंगाला। मगर कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिले हैं। सीएमओ डॉ. बीएस यादव ने बताया कि अल्ट्रासाउंड सेंटर का लाइसेंस निरस्त करने की कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही है। राजस्थान की टीम से इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए संपर्क किया जा रहा है।
डॉक्टर और नर्सिग होम का खंगाला जाएगा रिकॉर्ड
अल्ट्रासाउंड सेंटर से डॉक्टर, नर्सिग होम और हॉस्पिटल के पर्चे मिले हैं। इन्हें सील कर दिया है। इन रिकॉर्ड से डॉक्टर के अलावा नर्सिग होम में भी पड़ताल की जाएगी। इससे पता चल सकेगा कि लिंग निर्धारण के बाद कन्या भ्रूण हत्या के लिए किस नर्सिग होम और हॉस्पिटल से सौदेबाजी हुई थी।