मोदी के झटका खाने के बाद योग गुरु बाबा रामदेव अब मुलायम सिंह यादव के आगे झुकते हुए दिखाई दे रहे है. बाबा अब मुलायम सिंह यादव से अपना जातिवादी समीकरण जोड़कर पतंजलि आश्रम खोलने के लिए नोएडा में 1000 एकड़ की बेशकीमती जमीन औने -पौने में सपा सरकार से लेने की जुगाड़ में है. बाबा ने 1,000 एकड़ जमीन आवंटित करने का आग्रह किया था, जिसके चलते एक्सप्रेस-वे कार्यालय ने बाबा के फेवर में रिपोर्ट बनाकर लखनऊ भेज दी है.
बेशकीमती जमीन का प्रस्ताव लखनऊ भेजा गया
इस बाबत यमुना एक्सप्रेस वे के सीईओ अरुणवीर सिंह ने फोन पर बात करते हुए कहा कि पतंजलि संस्थान को भूखण्ड संख्या- 22 ई , और 24 ए देने का प्रस्ताव बनाकर लखनऊ भेज दिया गया है. बताया जाता है कि जो जमीन पतंजलि संस्थान को सेक्टर -22 ई में दी जा रही है उसमें तक़रीबन 75 – 100 एकड़ भूमि शामिल है. इसी तरह सेक्टर- 24 में 300 एकड़ जमीन 120 मीटर सड़क से लगी हुई जमीन शामिल है. जानकर सूत्र बताते है कि इन बेशकीमती जमीन को पतंजलि आश्रम को आवंटित करने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे के कार्यालय से प्रस्ताव बनाकर लखनऊ भेज दिया गया है.
करोड़ों की सम्पत्ति कौड़ियों के मोल खरीदने में जुटे
विभागीय सूत्रों का कहना है कि सरकार का बहुत दबाव इस जमीन को पतंजलि संस्थान को आवंटित करने को लेकर था. जबकि यमुना एक्सप्रेस वे कि इस जमीन की कीमत करोड़ों रुपये बताई जाती है. लेकिन बाबा को यह जमीन समाजवादी पार्टी सरकार कौड़ियों के मोल आवंटित करने जा रही है. जिसके चलते विभाग को करोड़ों रुपये की आर्थिक क्षति होने की संभावना है. जानकर सूत्र बताते है कि वैसे तो यमुना एक्सप्रेस वे में जमीन ही खाली नहीं है. लेकिन योग गुरु बाबा रामदेव उर्फ़ रामकृष्ण यादव ने मुलायम सिंह से 1000 एकड़ जमीन आवंटित कराने के लिए अपने जातिवाद का समीकरण बनाकर पूरे कार्यालय को हिला कर रख दिया है. बहरहाल सत्ता में अपनी घुसपैठ बनाकर बाबा की आड़ में रामदेव करोड़ों की सम्पत्ति कौड़ियों के मोल में बनाने में लगे है.