मोहम्मद शरीफ
उन्नाव। प्रदेश में रेप मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ग्राम भैसारा तहसील सफीपुर जिला उन्नाव निवासी एक दरिन्दे ने पड़ोस में रहने वाली नाबालिग बीना (काल्पनिक नाम) 15 वर्षीय बच्ची का रेप करके खुले आम घूम रहा है, वही थाना स्थानीय पीड़िता की सुनवाई करने के जगह उलटे पीड़िता को ही नौटंकीबाज़ की संज्ञा देकर भगा दिया है। तब से लेकर आज तक पीड़िता न्याय के लिए थाने का चक्कर लगा रही है मगर उसको न्याय नहीं मिला और उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। उलटे उसको खुद ही अपमानित किया जाता है। वही पीड़िता ने बताया कि बलात्कार की इस घटना से वह गर्भ से भी है।
पीडित बीना के अनुसार 30 अप्रैल 2016 को दिन में दोपहर एक बजे के आस-पास घर पर अकेली थी उसके पिता जो कानपुर में एक रिक्शा चालक है एवं 3-4 दिन में घर आया करते है वह कानपूर गये हुए थे। माँ कचहरी गयीं हुई थी। छोटी बहन गीता-13 (काल्पनिक नाम) भाई दीपू-7 (काल्पनिक नाम) के साथ तालाब के किनारे सीन्ग्री खाने गयी हुई थी। तभी घर के सामने रहने वाला सतीश-(23) पुत्र रामासरे बीना को अकेला पाकर घर में घुस आया और मुँह में कपड़ा ठूंस कर बलात्कार किया और धमकी देते हुवे चला गया कि अगर किसी से बताया या थाने पर शिकायत किया तो तुम्हे जान से मार देंगे।
पीड़िता की माँ जब लौट कर घर वापस आयीं तो बीना ने घटना के बारे में पूरी जानकारी दी। माँ से धमकी के बारे में भी बताया पर माँ ने हिम्मत कर के बीना को साथ में लेकर थाने गई और थाने में रिपोर्ट लिखने को वहा उपस्थित दरोगा शुक्ला से पूरी घटना बताया। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि दरोगा ने एफ़आईआर दर्ज़ करने से इन्कार कर दिया।
बीना रोते हुए कहने लगी कि दरोगा शुक्ला को पूरी घटना बताई थानेदार शुक्ला कोई कार्यवाही ना करते हुए उल्टा मुझे और मेरी माँ को नौटंकीबाज कहने लगे और गालियाँ देते हुए थाने से भगा दिया। फिर हम दोनों माँ-बेटी कई बार थाने गयीं हूँ लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बीना की माँ ने कहा कि हमें जब तक न्याय नहीं मिलेगा हम चुप नहीं बैठेगी हमारे ऊपर समझौता करने के लिये पैसे का लालच तथा धमकियां देकर दबाव बनाया जा रहा है चाहे कुछ भी हो मुझे इन्साफ चाहिये।
➡क्या एक गरीब रिक्शा चलाने वाले की बेटी को न्याय के लिये आखिर कब तक भटकना पड़ेगा ?
➡आखिर क्यों नहीं लिखी जा रही है एफ़आईआर ?
➡ क्या बलात्कारी अपराध करके भी चैन की साँस लेता रहेगा ?
➡ 15 वर्षीय गर्भवती बीना को कब मिलेगा इन्साफ ?