- भुत पूर्व प्रधान पर मनरेगा में धांधली का आरोप-सुदामा निराला
- अगर नही हुई कार्यवाही तो होगा बड़ा जन आंदोलन-ग्रामीण जनता।
- APO जब आरोपी है तो वो उनकी जाँच मैं कैसे मानू- सुदामा निराला
- जाँच अधिकारी APO ने घोषित किया था अपनी जाँच में कि शिकायतकर्ता ही है ग्राम विकास में बाधक,
संजय ठाकुर।
मऊ जनपद के अंतर्गत ब्लाक फतेहपुर के पहाड़ी पुर खिरीया की आबादी लगभग 2500 के करीब है लेकिन दिसम्बर 2010 से अगस्त 2016 के लगभग 50 लाख का मनरेगा घोटाला हुआ है ऐसा आरोप लगाया है वहां की ग्रामीण जनता ने ,ग्रामीण जनता का कहना है की केवल कागजो में काम दिखाकर भुतपूर्व प्रधान द्वारा बड़े पैमाने पर धांधली की गयी है। वंहा के हालात ये दर्शाते है की यंहा पर कार्य नही हुआ है इस तरह के छोटे छोटे निर्माण कार्य व मिट्टी कार्य दर्शाकर जनता को बेवकूफ बनाने का काम किया गया है।
इस सन्दर्भ में मिडिया से बातचीत में आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है की अगर उच्य अधिकारयों के द्वारा कोई जांच न हुई तो इससे भी बड़ा धरना प्रदर्शन होगा। ग्रामीणों ने ये भी बताया की ब्लाक के कर्मचारियों द्वारा की गयी जांच को हम नहीं मानेगे क्योंकि ब्लाक कर्मचारीयों की मिली भगत से ये सब हो रहा है। इन्ही के कारण सरकार द्वारा दी गयी सारी व्यवस्था जनपद में विफल है। ऐसे कार्य कर उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम किया जा रहा है। ग्रामसभा में मिलने वाली हर सुविधा का लाभ केवल ऐसे भ्रस्ट कर्मचारी और प्रधान को मिल रहा है न की ग्रामीण जनता को।
वही इस संबंध में APO से जब हमने संपर्क करने का प्रयास किया तो उनका जवाब था कि “हम जाँच को गए थे, जाँच के निष्कर्ष भी आप लोगो को बताया गया था कि शिकायतकर्ता खुद ग्राम विकास में बाधक है, आपने भी समाचार चलाया था, मेरे पास आज भी समाचार है आपका अब आप फिर क्यों सवाल पूछ रहे है ?”
हमारे द्वारा सवाल पूछा गया कि यहाँ आपके ऊपर ही आरोप है कि आप इस घोटाले में लिप्त है? तो उन्होंने झल्लाते हुवे कहा कि “मैंने भी बहुत साल पत्रकारिता की है, फिर नौकरी की है ये, जाँच तो मैं ही करूँगा भले कुछ भी हो जाय,आपको अब जो लिखना है लिख दे।”
APO के इस विचित्र जवाब को सुनकर ऐसा आभास हुआ जैसे वो किसी अन्य से जाँच करवाने को तैयार ही नहीं है। वही सूत्रों की माने तो घोटाला बड़ा है उच्च स्तरीय जांच में बड़ा खुलासा होने की संभावना है।