फारूख हुसैन
लखीमपुर (खीरी)= मैगलगंज
थाना क्षेत्र मैगलगंज के निजामपुर गाँव में स्थित बीते दिन शाम करीब सात बजे के करीब सरदार कुलविन्दर सिंह के झाले मे बाघ के घुसने की खबर ने ग्रामवासियों को एक बार फिर से दहशत में डाल दिया है । वह सोचने पर मजबूर हो गये हैं कि क्या यह बाघ भी एक बार फिर से वहीं कहानी दोहरायेगा या फिर •••••• ?
सरदार कुलविंदर सिंह के घर में बीते दिन एक बाघ घुसने की कोशिश करता दिखाई दिया परंतु वह नाकाम रहा। नाकाम बाघ ने एक बार फिर से पड़ोस में स्थित सरदार कुलदीप सिंह के झाले के बाहर बंधे मवेशी को दबोचने की कोशिश करने लगा और उसने बाहर बँधे हुए मवेशियों पर हमला भी कर दिया । परंतु घरवालो की सूझबूझ के चलते इस बार भी वह नाकाम हो गया और फिर वह जंगल में चला गया। घटना की जानकारी वन विभाग को दी गयी तो अगले दिन वनविभाग की टीम ने मौके पर पहुँच कर मौके का जायजा लिया और बाघ के पग चिन्हों को कैमरो व प्लास्टर आफ पेरिस मे कैद कर लिया और फिर उसके बाद सभी वहाँ से चले गये। जानकारी के अनुसार पता चला है कि एक बाघ वहीं आस पास ही घूम रहा है जिससे एक बार फिर से सभी ग्रामवासियों में दहशत फैल गयी है ।
बीते दिन सुबह क्षेत्र स्थित डण्डौरा का रहनेवाला अवधेश खेत की रखवाली कर रहा था और वह वहीं होता है हमेशा की तरह जब वह सुबह जागा तो अचानक ही उसे पास के ही खेत से निकलते हुए बाघ पर नजर पडी और उसके देखते ही देखते वह बाघ एक ही छलांग में सड़क पार कर गन्ने के खेत मे घुस गया और यह बाघ थाना क्षेत्र के ही हैरमखेड़ा ग्राम के मजरा दौलतपुर निवासी कल्याण के झाले के पास भी दिखाई दिया परंतु उसने वहाँ जब तक कि कोई कुछ समझ पाता तब तक वह तोताराम के घर के बाहर बंधी गाय को अपना निवाला बना लिया। गाय पर हुए हमले की सूचना पाकर क्षेत्रीय नेता कांति कुमार सिंह व सैकडो ग्रामीण मौके पर पहुचे और आस पास गन्ने के खेतो मे छानबीन की।उसके बाद नेता कांति कुमार सिंह ने सूचना वन विभाग व प्रशासनिक अधिकारियो को दी परंतु सूचना के कई घंटोे बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुची और उसने क्षेत्र के आसपास के गन्नों के खेतो के आसपास के रास्तो पर चारो ओर घूमकर अपनी जिम्मेदारी की महज खानापूर्ति की।मौके पर पहुँचे वन विभाग के पी. श्रीवास्तव ने किसी भी प्रकार की कोई सन्तोषजनक पुष्टि नही की उनके कहने के मुताबिक यह जानवर तेंदुआ या फिर लकडबघ्घा भी हो सकता है और आगे की सही जानकारी हमारे ऐक्सपर्टो के माध्यम से ही पता चल पायेगा की यह वास्तव में कौन है बाघ या फिर कोई और ? फिलहाल जो भी है उन्होंने सभी अपने आप को बचाये रखने को कहा अकेले व अंधेरे मे शौच के लिए गन्नो मे न जाये और जानवरो को अपने घरों के अन्दर बाॅधने के लिए कहा है और अपनी टीम को भी आदेश दिया कि शाम को गन्ने के खेत मे पटाखे को चलाया जाये जिसकी आवाज से वह गन्ने के खेतों को छोड देगा ।परंतु ग्रामीणो का कहना है कि जब यह बाघ गन्ने के खेतों को छोड देगा परंतु कही न कही आबादी मे जाकर हमला कर सकता है।
वही कुछ ग्रामीण का कहना है कि शासन प्रशासन कुछ नही करेगा अपने आप को बचाना है तो हम गाँव वालो को ही मिलकर कोई न कोई ठोस कदम उठाना होगा। फिलहाल बाघ के खौफ से जहाँ एक ओर बच्चे , बूढे , महिलाओ सहित ग्रामीणो मे दहशत का माहौल बना हुआ है। वन विभाग की टीम पूरा दिन घटना स्थल पर रही है वही थाना पुलिस ने भी घटना को लेकर काफी चिंतित जाहिर की और क्षेत्रीय लोगो से अपील की सुरक्षा मे कोताही न करे जानवरो को रात मे खुली जगहों पर न बाधे और खुद को भी सुरक्षित रखने के लिए कहा है परंतु इस बाघ के कारण ग्रामवासियों को एक बार फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कहीं फिर न मौत का सिलसिला शुरू हो जाये ।