बेसिक शिक्षा अधिकारी के दौरे में दिखी उनको अनियमितता
मऊ : हमने कई बार इस सम्बन्ध में समाचार लगाया कि मऊ जनपद के कई प्राथमिक विद्यालयों में कई अनियामिताताये है. इस प्रकरणों में हम जब भी बेसिक शिक्षा अधिकारी से संपर्क करते तो उनका एक रटा रटाया जवाब होता कि हम प्रकरण कि जाँच करेगे. साहेब जाँच के नाम पर पता ही नहीं चलता था कि कौन सी ऐसी जाँच है जो शुरू भी होती है और ख़त्म भी नहीं होती है. अक्सर हमने कई प्राथमिक विद्यालयों के सम्बन्ध में बताया कि साहेब यह विद्यालय तो खुलता ही न है. मगर साहेब क्या बताया जाय शिक्षा विभाग को कि कभी उसने संज्ञान ही नहीं लिया.
चलिए साहेब देर आये दुरुस्त आये के तर्ज पर शनिवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार जिले के फतेहपुर मंडाव क्षेत्र के दौरे पर थे। उन्होंने दुबारी क्षेत्र में अनेक प्राथमिक विद्यालयों को चेक किया तो उन्हें प्राथमिक शिक्षा की दुर्दशा साक्षात देखने को मिली। कहीं विद्यालय ही बंद मिला तो कहीं छात्रों की उपस्थिति नामांकन के सापेक्ष काफी कम थी बीएसए प्रा0वि0दुबारी संख्या एक पर पहुंचे। वहां विद्यालय खुला था, छात्र और शिक्षक भी थे इसके बाद प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मीपुर पहुचे तो वहा नामांकन 92 था छात्र महज 28 , प्राथमिक कन्या विद्यालय दुबारी सं0 2 में नामांकन तो 340 था मौके पे 60 मौजूद थे। अनुदानित विद्यालय बालिका जूनियर हाईस्कूल दुबारी तो पूरी तरह से बंद मिला। इन स्कुलो में छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क ड्रेस वितरण योजना में भारी अनियमितता देखने को मिली। ये हालात देखते हुए बीएसए ने दोनों परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों, अनुदानित विद्यालय के प्रबंधक और खंड शिक्षा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
अब देखना यह होगा कि इस कारण बताओ नोटिस के आगे भी कोई कार्यवाही होगी या फिर केवल कारण बताओ नोटिस तक ही समस्त कार्यवाही सीमित रहेगी. अभी तो सिर्फ एक ब्लाक है. पूरा जनपद अभी बाकी है. जब एक ब्लाक में इतनी अनियमितताए सामने आई है तो बाकी जनपद कि क्या स्थिति होगी यह कल्पनीय है