वह खासतौर पर मजदूरों की बात सुनकर उनके विवाद का निस्तारण भी किया करते थे श्रमिकों के हितों की लड़ाई में कई बार जेल भी गए कहा कि वह कानपुर कार्टन मिल जो बाद में एल्गिन के नाम से जानी गई वहां काम करते थे वह प्रथम बार देखा कि एक मजदूर काम करते हुए जान चली गई और मिल में हड़कंप मच गया तब बाबू बदरे ने लाश को चौराहे पर रखकर सभी मजदूरों को लेकर मुआवजे की मांग की मिल मालिक मुआवजा देने में आनाकानी कर रहा था जिससे मिल मजदूर क्रोधित हो गए तत्पश्चात लाठीचार्ज उसके बाद मृतक श्रमिक के परिवारों को मुआवजा मिला सभा में मुख्य रुप से सुरेश गुप्ता इम्तियाज रसूल कुरेशी राजू ठाकुर नितिन गुप्ता प्रियंका दीक्षित संजना शर्मा राजीव अवस्थी आदि लोग उपस्थित थे
तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…
सबा अंसारी डेस्क: संभल शाही जामा मस्जिद के कुए को हरिमंदिर बता कर पूजा की…
संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…
मो0 कुमेल डेस्क: बीते दिसंबर महीने में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक कार्यक्रम में…
तारिक आज़मी डेस्क: गूगल मैप की गलत लोकेशन बताने की कई खबरे आपने पढ़ा होगा।…
तारिक आज़मी वाराणसी: वाराणसी नगर निगम खुद को स्मार्ट होने का दावा कागजों पर करता…