यह सारी भीड़ टिकट चाहने वाले नेताओं एवं उनके समर्थकों की है। जैसे ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने कालीदास मार्ग से निकलते हैं, ये सभी नेता सड़क के किनारे अभिवादन करने के बहाने खड़े हो जाते हैं और उनके जिंदाबाद के नारे लागते हैं। अखिलेश यादव भी उन्हे निराश नहीं करते, वे भी शीशे की आड़ से हाथ उठा कर, मुस्करा कर, सर हिलाकर उसका जवाब देते हैं।
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