अधिकारियों द्वारा इस पर ध्यान न दिया जाना बेहद चैकाऊ है। ऐसा तब है जब विकास में भवन में ही स्थित जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में दर्जन भर से अधिक सफाई कर्मी हमेशा मौजूद रहते है। विकास भवन परिसर में घुसते ही बरामदे में गंदगी की भरमार देखी जा सकती है। इसी बरामदे के चारो तरफ समाज कल्याण विभाग, विकलांग कल्याण विभाग, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग समेत अन्य कार्यालय है। इसके बावजूद यहां की गंदगी किसी भी अधिकारी को नहीं दिखाई पड़ती। इसके अलावां विकास भवन परिसर के बीच स्थित खाली पड़ी जगह पर कार्यालयो से निकलने वाले कूड़ कचरे को फेंकने का स्थान बना दिया गया है। इस खाली जगह में लगभग हर कार्यालय के सामने गंदगी का अम्बार देखा जा सकता है। विकास भवन कर्मियो का कहना है कि सीडीओ नेहा प्रकाश के रहते कभी कभार सफाई हो जाती थी लेकिन उनके अवकाश पर चले जाने के कारण अधिकारियो व कर्मचारियो की मनमानी चरम पर पहुंच गयी है। यहां की गंदगी को देखने व सफाई कराने की फुरसत किसी भी अधिकारी के पास नहीं है। जाहिर है कि जिले का विकास भवन जिले की सफाई व्यवस्था को आईना दिखा रहा है।
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