मो आफताब फ़ारूक़ी
इलाहाबाद। मंदिर में अचानक बजरंगबली की मूर्ति से आंसू टपकने के मामले को लेकर कुछ लोग इसे अपशकुन मानकर जहां भयभीत हैं और पूजा-अर्चन शुरू कर दिये हैं वहीं एक्सपर्ट इसे वैज्ञानिक कारण बता रहे हैं। जबकि पांच वर्ष पूर्व यह घटना प्रसिद्ध बंधवा स्थित हनुमान मंदिर पर हुई थी और वहां के पुजारी की मौत हो गयी थी।
तमाम लोगों का मानना है कि भगवान की आँख से आंसू गिरना अपशकुन है। ब्रह्मचारी आत्मानन्द का कहना है कि बजरंग बली की आंख से आंसू निकलना कोई संकट आने का संकेत है। इलाके के सर्राफा व्यापारियों का मानना है कि हनुमान जी किसी बात से दुखी हैं। इसी वजह से उनकी आंख से आंसू निकल रहे हैं। बाघंबरी अखाड़ा के संत आनंद गिरी का कहना है कि यह घटना आसपास के लोगों के लिए ठीक नहीं है। भगवान जब नाराज या दुखी होते हैं तो उनकी आंखों से आंसू निकलते हैं।
बताया जाता है कि पांच साल पहले ऐसी घटना 2012 में बंधवा स्थित लेटे हनुमान मंदिर में भी हो चुकी है। इसके बाद मंदिर के एक पुजारी धीरेंद्र शुक्ला की मौत हो गई थी। महंत ने बताया कि जब उसकी चिता जल रही थी, उस वक्त हनुमान जी के आंखों से आंसू बह रहे थे। तब हमारे महाराज जी ने बताया था की पुजारी की मौत से हनुमान जी दुखी हैं। इसीलिए उनकी आंखों से आंसू बह रहे हैं।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रो.दीनानाथ शुक्ल ‘दीन‘ का कहना है कि हनुमान जी की आंख से आंसू गिरने का कारण मौसम का अंतर हो सकता है। बॉटनी विभाग के एचओडी रह चुके शुक्ल ने बताया कि मूर्ति धातु या फिर पत्थर की है, इन चीजों पर मौसम बदलने का प्रभाव होता है।