लालू यादव ने खुद को सच्चा हिंदू बताया है साथ ही उन्होंने बीजेपी और RSS एक को महिला विरोधी बताया है लालू यादव ने बीजेपी नेताओं की ओर से जय श्री राम कहे जाने को आधार बनाकर उन्हें महिला विरोधी बताया है उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले राम के नाम के साथ माँ सीता का नाम नहीं लेते हैं लालू यादव ने ट्वीट में लिखा है हम सच्चे हिंदू हैं हिंदू धर्म की शिक्षाओं के अनुसार हम सबों का सम्मान करते हैं सबो को प्रेम करते हैं सबको साथ लेकर चलते हैं गरीबों का भला चाहते हैं लालू प्रसाद यादव ने अपने अगले ट्वीट में लिखा हम सीताराम सीताराम करते हैं और BJP ” जय श्री राम ” BJP RSS महिला विरोधी है इसलिए माता सीता को छोड़ देती है . उनको नहीं पता कि सीता है तो राम है राम है तो सीता है
भाजपा में सियाराम की जगह जय श्रीराम बोलने वाले लोग हैं, सीता मइया को भी अलग कर दिया है, इनसे सावधान रहने की जरूरत है, तीन तलाक पर्सनल लॉ के तहत है, उसे भी गलत दिशा देकर मुस्लिम महिलाओं को विभाजित करना चाहते हैं, इसे देखते हुए लालू यादव ने खुद को महिला समर्थक बताने की कोशिश की है,नस्लवाद एवं धर्म के नाम पर देश को तोड़ना चाहते हैं, भाजपा लोकतंत्र को समाप्त करने के लिए एकतरफा जनता को झांसे में लिया जा रहा है, देश के सामने गंभीर चुनौतियां हैं, आज लगता है कि जम्मू-कश्मीर हमारे हाथ से निकल चुका है, नोटबंदी के समय नक्सलवाद के समाप्त होने का दावा किया जा रहा था, लेकिन हाल ही में 25 जवानों को शहादत देनी पड़ी।
लालू यादव बीजेपी को रोकने के लिए देशभर की विपक्षी पार्टियों से एकजुट होने की अपील कर रहे हैं उनका मानना है कि बिहार में जिस तरह से आरजेडी और जेदयू ने गठबंधन कर बीजेपी को रोक दिया उसी तर्ज पर देश के दूसरे राज्यों में भी महा महागठबंधन बनने चाहिए,समाजवादी नेता व दल एकजुट नहीं हुए तो देश कभी माफ नहीं करेगा, उन्होंने कहा कि बिहार में दो बड़े नेताओं ने अपने ईगो को छोड़कर राज्यहित व देशहित में महागठबंधन बनाकर देश को दिशा दी है, हमारा प्रयास है कि देशभर में सभी क्षेत्रीय दल व समाजवादी नेता एकजुट हों, बसपा नेता मायावती ने साथ आने की बात कहकर इसे मजबूती प्रदान की है, उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सिर्फ भ्रम और अफवाह की राजनीति करती है, संघर्ष से हम डरने वाले नहीं है, भाजपा भूल जाती है कि हममें लालू प्रसाद का खून है, चुनाव में अंतत: सत्य की जीत होगी, उन्होंने कहा कि हम किसी राजनीतिक दल को रोकने की नहीं, बल्कि देश को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, पहले सब एकजुट तो हो जाएं, वे कह चुके है कि उत्तर प्रदेश मैं सपा बसपा कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ती है तो शायद परिणाम कुछ और हो सकते थे।