पटना :– मनोज अपनी पत्नी रिंकी की हत्या के जुर्म में एक साल से जेल में है, लेकिन मनोज की मां यह मानने को तैयार नहीं थी। अपनी इस जिद को लेकर वो अपनी बहू की खोज में निकल पड़ी। और अंततः एक साल के निरंतर प्रयास के बाद अपनी बहू को जिंदा खोजकर अपने बेटे को निर्दोष साबित कर दिया। रिंकी को पुलिस ने एडीजेएम कोर्ट में पेश कर दिया है। रिंकी ने भी अपनी गुनाह कबूल कर लिया है। मुजफ्फरपुर के सरैया थाना के लालपुरा निवासी चांदेश्वर शर्मा के इकलौता बेटा मनोज की रिंकी से एक मई 2014 को शादी हुई थी। लेकिन, रिंकी अपनी इस शादी से खुश नहीं थी। वो अपने प्रेमी के साथ ही रहना चाहती थी।
इसको लेकर रिंकी को अपने परिवार वालों से अक्सर झगड़ा भी होता रहता था। एक दिन अचानक रिंकी अपने घर से गायब हो गयी। इसके बाद रिंकी के दादा ने उसके पति समेत पूरे परिवार वालों पर सरैया थाने में दहेज नहीं देने पर हत्या का मामला दर्ज करवा दिया। रिंकी के गायब होने के दो दिनों के बाद मुजफ्फरपुर के गंडक नदी से एक महिला का शव मिला। रिंकी के परिजनों ने शव की पहचान अपनी बेटी रिंकी के रूप में की। रिंकी के शव की पहचान होने पर पुलिस ने उसके पति पर गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाया। पुलिस के दबाव से परेशान होकर रिंकी का पति मनोज ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने मनोज को जेल भेज दिया, मनोज फिलहाल एक साल से जेल के अंदर बंद है।_
मनोज की मां को ये विश्वास नहीं हो रहा था कि उसका बेटा हत्यारा हो सकता है। अपनी इस जिद को पूरा करने के लिए मनोज की मां ने अपनी बहू की तलाश शुरू कर दी। मनोज की मां ललिता को पहले ही बहू रिंकी की गतिविधियों पर शक था। बेटे के जेल जाने से दुखी मां ने तय कर लिया था कि बेटे को हत्या के आरोप से मुक्त कराएगी। मां ने अपने दम पर बहू रिंकी की तलाश शुरू कर दी। इस बीच 15 महीने गुजर गए। हालही में ललिता को पता चला था कि रिंकी अपने प्रेमी के साथ जबलपुर के केंट थाना के बिलहरी क्षेत्र में रह रही है। ललिता ने फौरन इसकी जानकारी बिहार के सरैया थाने में दी, जहां से एएसआई शत्रुघन शर्मा एक टीम लेकर ललिता के साथ जबलपुर पहुंचे। केंट पुलिस से संपर्क कर बिहार पुलिस ने रिंकी और उसके प्रेमी मयूर मलिक को हिरासत में ले लिया।_
मनोज की मां के सहयोग से पुलिस ने रिंकी को उसके प्रेमी के साथ जबलपुर से गिरफ्तार कर ली। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद रिंकी ने सारे राज उगल दिए। रिंकी ने पुलिस को बताया कि टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल को देखकर अपने प्रेमी और अपने परिवार वालों के साथ मिलकर एक साजिश रची। इसके बाद मैं एक दिन मनोज और उसके परिवार वालों की नजरों से बचकर अपने प्रेमी मयूर मल्लिक के साथ फरार हो गयी। फिर पूरी साजिश के तहत मेरे परिवार वालों ने मेरे पति मनोज और उसके परिजनों को झूठे केस में फंसा दिया। मयूर मल्लिक और रिंकी से एक बच्चा भी है। बहु की इस करतूत से दुखी मां सच सामने आने के बार फफक-फफक कर रो पड़ी। ललिता ने कहा कि मुझे पहले ही अपने बेटे की ईमानदारी पर भरोसा था। मुझे सबसे बड़ा दुख इस बात का है कि निर्दोष होने के बावजूद मेरा बेटा 15 महीने से जेल में सजा काट रहा है। मैं चाहती हूं कि मेरे बेटे को झूठे आरोपों में फंसाने और उसे जेल भिजवाने के जुर्म में रिंकी और उसके प्रेमी को सख्त सजा होनी चाहिए। बेटी की लाश की फर्जी शिनाख्त करने वाले रिंकी शर्मा के पिता चंद्रेश्वर शर्मा और बबिता देवी घर से फरार हो गए। पुलिस ने उनकी तलाश में कई जगह छापे मारे, लेकिन उनका पता नहीं चल सका। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है।_