जावेद अंसारी
गोरखपुर: योगी आदित्यनाथ के संसदीय क्षेत्र से भाजपा के विधायक द्वारा एक IPS अधिकारी से कथित अभद्रता करने पर रोने पड़ने वाली महिला आईपीएस अधिकारी चारू निगम ने कहा है कि यह ठीक है कि मुझे थोड़ा दुःख हुआ है, क्योकि मेरे मान-सम्मान को ठेस पहुँची थी।
चारू निगम ने इस प्रकरण के बाद फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए अपनी बात कही, उन्होंने सोमवार सुबह एक पोस्ट लिखी जिसमें उन्होंने लिखा कि “मेरे आंसुओं को मेरी कमज़ोरी न समझना, कठोरता से नहीं कोमलता से अश्क झलक गये। महिला अधिकारी हूँ तुम्हारा गुरूर न छिप पायेगा, सच्चाई में है ज़ोर इतना कि अपना रंग दिखायेगा।” इसके साथ ही उन्होंने उन सभी लोगों से कहा कि मेरी ट्रेनिंग मुझे कमजोर होना नहीं सिखाती, उन्होंने लिखा कि जब वरिष्ठ अधिकारी ने उनका समर्थन किया तो वह भावुक हो उठी थीं, उन्होंने लिखा कि मीडिया ने इस घटना पर स्टैंड लिया क्योंकि उन्होंने दोनों ही घटनाएं देखी थीं और ये गोरखपुर में मीडिया की सकारात्मकता दिखाता है, मैं उन लोगों का धन्यवाद करती हूं कि जिन्होंने सच दिखाया, आईपीएस चारू निगम की यह फेसबुक पोस्ट चंद घंटों में ही वायरल हो गई। रात 10:00 बजे तक 2000 से अधिक यूजर्स इसे शेयर कर चुके हैं। वहीं, पोस्ट को ग्यारह हजार से भी अधिक लोगों ने लाइक किया है।
एमएलए की फटकार के बाद रोने लगी थी आईपीएस
यूपी में अब बीजेपी का राज है और यूपी में जिसका राज होता है उसकी अकड़ ही कुछ और होती है, गोरखपुर में बीजेपी विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल की बातचीत में भी कुछ ऐसा ही दिखाई दिया,उन्होंने महिला आईपीएस चारू निगम से इस तरह से अभद्र व्यावहार किया कि अनुशासन में बंधी अधिकारी की आखें नम हो गई। यह चोट थी महकमे के अनुशासन में रहने वाली एक अव्वल दर्जे की अधिकारी के मान-सम्मान पर। चारू ने अपने आंसू छुपाने की बहुत कोशिश की परंतु रोक नहीं पाईं।
इससे पहले एक मामले में प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं ने चारू पर हमला कर दिया था, इसी मामले में पुलिस ने आधा दर्जन महिलाओं को हिरासत में लिया था। महिलाओं को हिरासत में लिए जाने से बौखलाए विधायक चारू पर बरस पड़े।
जहॉ एक तरफ जहां सीएम योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में अपने विधायकों को सही आचरण का पाठ पढ़ा रहे हैं, वहीं रविवार को गोरखपुर में बीजेपी विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल पर इसका कोई असर दिखाई नही दिया, दिखाई दिया तो सत्ता के नशे मे चू़र एक ऐसा विधायक दिखा जिसे महिला से बात तक करने का सलीका नही था। विधायक की इस बदसलूकी का वीडियो भी सामने आया है जिसमें वो महिला आईपीएस को बुरी तरह डांट रहे हैं, इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों ने विधायक के इस व्यवहार की आलोचना की और चारू निगम का समर्थन किया।
मामला चिलुआताल थाना के कोइलहवां गांव का है, जहां ग्रामीण महिलाओं ने शराब के विरोध में सड़क जामकर हंगामा किया हुआ था। सूचना मिलने पर पुलिस वहॉ पहँची और आधा महिलाओं को हिरासत मे ले लिया। ग्रामीणों को हिरासत में लेने की सूचना पर मौके पर पहुंचे भाजपा विधायक ने ग्रामीणों के साथ दोबारा सड़क जाम कर दिया। इसके बाद प्रशासन की मशीनिरी हरकत में आ गई और एसपी सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट के साथ आईपीएस चारू निगम भी मौके पर पहुँची।
जिसके बाद कानून व्यवस्था को सत्ता में होते हुए तोड़नें वाले बीजेपी विधायक ने महिला आईपीएस को अपनी बात रखने का मौका दिए बगैर बुरी तरह से बेइज्जत कर दिया। चारू निगम एंटी रोमियो दस्ते की प्रभारी होने के साथ ही सीओ गोरखनाथ हैं। अब देखना यह कि महिलाओ के सम्मान और सख्त कानून की माला जपने वाले उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने खुद के विधायक की करनी पर पर्दा डालते हैं या विधायक के विरूद्ध कार्यवाई करके मिसाल कायम करते हैं।