करिश्मा अग्रवाल भारत में राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन द्वारा आयोजित स्वाभिमान समारोह में वक्ताओं ने वहाबियत पर निशाना साधा। भारत के बड़े विचारकों में शुमार और राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक के. एन. गोविंदाचार्य ने कहा कि वहाबियत का ज़हर भारत और पूरी दुनिया के लिए बहुत ही घातक है। उन्होंने कहा कि वहाबियत के ख़तरों को ले कर भारत की जनता को जागरूक किया जाना बहुत ज़रूरी है इसलिए हर राज्य में वहाबियत के ख़िलाफ़ एक मुहिम चलाई जानी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन वहाबियत के ख़िलाफ़ अभियान का नेतृत्व करेगा।
वरिष्ठ गांधीवादी एस. एन. सुब्बाराव ने कहा कि भारत ऐसा मुल्क है जहाँ सब लोग मिल जुल के प्यार से रहते हैं और गांधी जी के सर्वधर्म सम्भाव तरीक़े से ही हिंदुस्तान आगे बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में कट्टरवाद के लिए कोई जगह नहीं है।
समारोह को संबोधित करते हुए युवा क्रांति के नेता और राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन की राष्ट्रीय सुरक्षा व विदेश मामलों की सेल के प्रभारी अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि वहाबियत की वजह से ही जम्मू कश्मीर में हालात इतनी तेज़ी से बिगड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब वहाबियत के फैलाव का सबसे बड़ा केंद्र है। उन्होंने ये भी कहा कि आज के दिन दुनिया में जितने भी आतंकी संगठन हैं वे सभी किसी न किसी रूप में वहाबियत से जुड़े हुए हैं।