शबाब ख़ान
वाराणसी: बहुत कम लोगों को जानकारी है कि भारतीय टीम के स्टार तेज़ गेदबाज ईशांत शर्मा की ससुराल बनारस है, शायद इसी लिए गुपचुप तरीके से चार दिन तक वह अपनी ससुराल बनारस में रहे और यहां के विश्व प्रसिद्ध घाटों और गलियों का आनंद लिया, मीडिया को हालांकि खबर हो गई थी लेकिन मुँह पर गमछा लपेटे ईशांत हमारी पहचान में नही आये। बहरहाल, हमने भी उनकी प्राईवेसी का ख्याल रखा, और उन्हे ज्यादा ट्रेस करनें की कोशिश भी नही की। सूचना है कि बनारस से जाते समय ईशांत एक खास गिफ्ट भी अपने साथ दिल्ली ले गए, और वो भी भारी मात्रा में।
क्रिकेटर ईशांत शर्मा अपनी पत्नी और बास्केटबाल खिलाड़ी प्रतिमा सिंह के साथ मंगलवार को रीवा से बनारस पहुंचे। यहां उन्होंने बाबा विश्वनाथ मंदिर और कालभैरव मंदिर जाकर पूजा अर्चना की। इस दौरान उन्होंने बनारस के विश्व प्रसिद्ध घाटों और गलियों का आनंद लिया। ईशांत को लोग दूर से ही पहचान ले रहे थे, इसलिए उन्होंने मुंह पर गमछा बांध लिया। गमछा बांधे उनकी तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। बताया जा रहा है कि ईशांत शर्मा अपनी पत्नी प्रतिमा सिंह के जौनपुर स्थित ननिहाल भी गए। प्रतिमा का ननिहाल जौनपुर के नारायणपुर गांव में है। इस दौरान बास्केटबाल खिलाड़ी और प्रतिमा की सबसे बड़ी बहन प्रियंका सिंह दक्षिण कोरिया से आई हुई थी। ईशांत ने उनके साथ जमकर मस्ती की। ईशांत को बनारस की मिठाइयां इतनी भा गईं कि वे भारी मात्रा में इसे अपने साथ शुक्रवार को दिल्ली ले गए।
प्रतिमा सिंह का परिवार यहां वाराणसी के शिवपुर इलाके में रहता है। सिंह सिस्टर्स के नाम से मशहूर पांच बहनों में वह सबसे छोटी हैं। उनकी बड़ी बहन दिव्या सिंह भारत की अंडर-16 पुरुष बास्केटबाल टीम की कोच हैं जबकि उनकी एक अन्य बहन प्रशांति सिंह भारतीय महिला बास्केटबाल टीम की मौजूदा कप्तान हैं। ईशांत की प्रतिमा से पहली मुलाकात बास्केटबाल कोर्ट पर हुई थी। वाकया साल 2011 का है। रीबा बास्केटबाल लीग के समापन समारोह में ईशांत बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। यहीं मैच के दौरान प्रतिमा पर उनकी नजर पड़ी। वे उनके दमदार खेल से इतने प्रभावित हुए कि मैच खत्म होने के बाद उनसे मुलाकात की। पहली ही मुलाकात में वे प्रतिमा को दिल दे बैठे। फिर दोस्ती का सिलसिला आगे बढ़ा और दोनों ने एक दूजे का होने का फैसला कर लिया। इसकी तस्दीक प्रतिमा की बड़ी बहन आकांक्षा भी करती हैं।