आयोग की माने तो अपराह्न तक जलस्तर स्थिर रहने के बाद एक- एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वृद्धि शुरू हो गई जो देर शाम तक जारी रहा। जल स्तर में वृद्धि शुरू हो जाने से एक बार फिर बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। इसके साथ ही तटवर्ती चैनपुर, गुलौरा, मठिया ,खैरा ,सहियां आदि स्थानों पर कटान भी हो रही है ।कृषि योग्य भूमि छप-छप कर नदी की जलधारा में विलीन हो रही है ।इसको लेकर तटवर्ती वाशिंदों में हड़कंप मचा हुआ है कटान की रोकथाम के लिए प्रभावी व्यवस्था नहीं किए जाने से लोगों में घोर नाराजगी है ।
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