(जावेद अंसारी)
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि बुधवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा जीएसटी बिल पारित होते हि देश का आर्थिक एकीकरण हो गया है। जेटली ने गुरुवार को नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में वस्तु व सेवाकर पर आयोजित कार्यक्रम में आये उधमियों व व्यापारियों से कहा है की सरदार बल्लभ पटेल ने भारतीय रियासतों का एकीकरण का सपना देखा और उसे साकार किया उसी प्रकार पीएम मोदी जी ने सभी राज्यों को एक किया। इसमें सभी को एक समान फायदा होगा।
उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पुर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि भारत की जनता जीएसटी के लिये तैयार नहीं थी। केंद्र सरकार को पहले इसका ट्रायल करना चाहिए था उसके बाद सितंबर में कानूनी तौर पर लागू करना चाहिए था। चिदंबरम ने एक आयोजन में कहा है कि केंद्र सरकार का नारा है एक देश एक कर. मगर एनडीए सरकार ने जीएसटी की सात दरें रखी है साथ ही राज्य सरकार भी अपना कर लगा सकती है तो भला एक देश एक कर कैसे हो सकता है, सरकार ने मौजूदा जीएसटी कानून को एक क्रूर कर बना कर पेश किया जिसकी वजह से पूरे देश में अफरा तफरी का माहोल बना हुआ है। इसका समर्थन करते हुये भाजपा के पुर्व वित्त मंत्री यशवंत सिंहा ने भी कहा है कि हमें पहले जीएसटी का मॉडल तैयार कर लेना था। मगर सरकार ने जल्दबाजी में जीएसटी पारित किया।