इलाहाबाद : यूनिंग क्रिश्चियन कॉलेज (ईसीसी) बुधवार को अराजकता के घेरे मे रहा। अपेक्षाकृत अनुशासित माने जाने वाले ईसीसी मे कुलपति के भाषण के दौरान ऐसी घटना होगी किसी को कल्पना भी नही थी। हंगामा करने वाले आरोपी दर्शक दीर्घा मे बैठे थे। कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू ने जैसे ही अपना भाषण शुरू किया आरोपी छात्र रजनीश रीशू, सूर्य प्रकाश और उत्कर्ष ने अपने समर्थको के साथ हंगामा शुरू करा दिया। कुलपति मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। माइक छीन ली गई और माइक से कुलपति के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी गई। इस दौरान सेमिनार मे मौजूद रहे विद्यार्थी दहशत मे रहे।
हंगामा होता देख सेमिनार मे उपस्थिति अतिथि व छात्र इधर-उधर भागने लगे। भाषण बीच मे ही रोकना पड़ा। हंगामा कर रहे प्रदर्शनकारियो को शिक्षको ने समझाने का प्रयास किया तो उनके साथ भी अभद्रता की गई। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले तो हंगामा कर रहे प्रदर्शनकारियो को समझाने का प्रयास किया पर वे नही माने। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने कुलपति को वहां से निकालना ही मुनासिब समझा। कुलपति ने अपनी गाड़ी वही ईसीसी मे छोड़कर पुलिस की 100 नंबर की गाड़ी मे पीछे की सीट पर बैठकर विश्र्वविद्यालय चले गए
प्रदर्शनकारियो के हाथ मे हथियार थे:
कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू इस घटना से खासे आहत दिखे। उन्होने मीडिया को फोन पर बताया कि प्रदर्शनकारियो के हाथो मे हथियार (वेपन) थे। क्या यही विरोध का लोकतांत्रिक तरीका है। मै इस घटना से काफी दुखी हूं। कुछ अराजकतत्व है जो विश्र्वविद्यालय को ठीक से चलने नही देना चाहते है। घटना से आहत शिक्षको ने कमिश्नर कार्यालय घेरा ईसीसी मे कुलपति के साथ हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ इलाहाबाद विश्र्वविद्यालय व महाविद्यालयो के करीब 100 शिक्षको ने कमिश्नर कार्यालय का घेराव किया व आरोपियो पर सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके बाद इविवि के चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे के नेतृत्व मे पांच शिक्षको का प्रतिनिधिमंडल कमिश्नर डॉ. आशीष गोयल से मिला।
शिक्षको ने आरोपियो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। प्रॉक्टर ने कहा कि कुछ अराजकतत्व है जो विश्र्वविद्यालय को अशांत रखना चाहते है। उनके द्वारा विश्र्वविद्यालय विरोधी गतिविधियां लगातार चलाई जा रही है। उनके खिलाफ कई मामलो मे पुलिस से शिकायत की गई है। रिपोर्ट दर्ज है पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की। ऐसे मे विश्र्वविद्यालय चलाना मुश्किल हो रहा है। शिक्षक अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे है।
आज इविवि मे घटना पर बनेगी रणनीति इलाहाबाद विश्र्वविद्यालय शिक्षक संघ ने घटना के विरोध मे गुरुवार को इलाहाबाद विश्र्वविद्यालय के सीनेट हॉल मे अपराह्न दो बजे एक बैठक बुलाई है। इस बैठक मे महाविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारी भी शामिल होगे। बैठक मे इस घटना के विरोध मे रणनीति तय की जाएगी। चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे ने बताया कि यह घटना निंदनीय है।
हम चुप नही बैठेगे – चीफ प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे ने इस्तीफा दिया.
इलाहाबाद विश्र्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे ने अपने पद से बुधवार को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा उन्होने कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू को सौप दिया है। हालांकि अभी उनका इस्तीफा कुलपति ने स्वीकार नही किया है। प्रो. दुबे ने अपने इस्तीफे मे कारण शैक्षणिक कार्य बाधित होना बताया है, लेकिन उनका इस्तीफा कुलपति के साथ हुई अभद्रता की प्रतिक्रिया स्वरूप माना जा रहा है। इस्तीफे की अफवाह कुलपति की भी हवा मे तैरी थी पर कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू ने बताया कि उन्होने इस्तीफा नही दिया है।
आक्टा ने घटना की भर्त्सना की ईसीसी मे कुलपति के साथ की गई अभद्रता के खिलाफ ऑक्टा पदाधिकारियो ने आपातकालीन बैठक की। अराजक तत्वो द्वारा कुलपति व प्राचार्य के साथ की गई अभद्रता की घोर भर्त्सना की गई। कहा गया कि कुछ बाहरी अराजक तत्वो द्वारा बार-बार महाविद्यालय परिसरो मे शैक्षणिक व अकादमिक माहौल को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। यह निंदनीय है। आक्टा ने जिला प्रशासन से माग की है कि परिसर के अदर शातिपूर्ण पठन-पाठन के लिए ऐसे अराजकतत्वो पर लगाम लगाई जाए। बैठक मे आटा अध्यक्ष डॉक्टर सुनील कात मिश्र महासचिव, उमेश प्रताप सिह, उपाध्यक्ष डॉ. धीरेद्र द्विवेदी, डॉक्टर रेखा रानी व सयुक्त सचिव डॉ. राजेश कुमार गर्ग उपस्थित थे।
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