कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : यात्रियो को रेलवे स्टेशन पर रिटाय¨रग रूम (यात्री विश्रामालय) मे आराम करने के लिए जल्द ही अपनी जेब ढीली करनी होगी। रेलवे बोर्ड द्वारा यात्री विश्रामालय का किराया बदलने का निर्देश जारी हो चुका है। डीआरएम स्तर से रेट फिक्स किए जाने हैं। संभावना है कि 10 से 15 प्रतिशत किराया बढ़ सकता है।
दो साल पहले रेलवे द्वारा यात्री विश्रामालय का किराया बढ़ाया गया था। यात्री को एसी डीलक्स का एक कमरा 12 घंटे के लिए किराए पर लेने के लिए 720 रुपये और 24 घंटे के लिए 1200 रुपये का भुगतान करना पड़ा था। एसी कमरे का 12 घंटे का 600 रुपये और 24 घंटे का एक हजार रुपये, एसी डारमेट्री का 12 घंटे का 240 रुपये और 24 घंटे का 400 रुपये, नॉन एसी कमरे का 12 घंटे का 360 रुपये और 24 घंटे का 600 रुपये, नॉन एसी डारमेट्री बेड का 12 घंटे का 90 रुपये और 24 घंटे का 150 रुपये देना पड़ता है। 24 घंटे के बाद कमरा लेने पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त अधिभार लगता है। रेलवे बोर्ड ने सभी डीआरएम को निर्देश जारी किया है कि वह अपने अधिकार क्षेत्र मे किराए मे बदलाव करे।
रेलवे बोर्ड द्वारा पत्र आने के बाद इस दिशा मे काम शुरू हो गया है। अब कमर्शियल डिपार्टमेट की टीम शहर के होटलो का किराया पता करेगे? वहां पर एसी कमरे का किराया कितना है? नॉन एसी कमरे का किराया कितना है? रेलवे के रिटाय¨रग रूम की कितनी डिमांड है? इसकी रिपोर्ट तैयार करके डीआरएम को देगे। उसके बाद कमेटी यह तय करेगी कि कितना प्रतिशत किराया बढ़ाया जाना चाहिए।
सूत्रो के मुताबिक 10 से 15 प्रतिशत किराए मे बढ़ोतरी हो सकती है। छह घंटे के लिए मिलने लगा है कमरा : पहले 12 और 24 घंटे के लिए रिटाय¨रग रूम मिलता था। गत वर्ष छह घंटे के लिए भी कमरा किराए पर मिलने की व्यवस्था शुरू हुई थी। इसके अनुसार किराए मे थोड़ा बदलाव किया गया था।
क्लाक रूम का भी प्रभार बदलने की योजना :
रेलवे बोर्ड ने अभी यात्री विश्रामालय का किराया बदलने का निर्देश दिया है। संभावना है कि क्लाक रूम का प्रभार भी बदलेगा। अभी क्लाक रूम मे कोई बैग या सामान रखने पर 24 घंटे के लिए 16 रुपये लगते है। 24 घंटे के बाद 21 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से प्रभार लिया जाता है।
इलाहाबाद जंक्शन पर रिटाय¨रग रूम की स्थिति
एसी डीलक्स : एक कमरा, केवल अधिकारियो के लिए -एसी रूम : 11 कमरे-नॉन एसी रूम : 11 कमरे-एसी डारमेट्री : 12 बेड-नॉन एसी डारमेट्री : 22 बेड
मो0 कुमेल डेस्क: ज्ञानवापी मस्जिद के मुताल्लिक एक फैसले में पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड के…
तारिक खान डेस्क: मध्य प्रदेश के शिवपुरी ज़िले में 26 नवंबर को एक दलित युवक…
तारिक आज़मी डेस्क: पहले ज्ञानवापी मस्जिद, फिर मथुरा शाही ईदगाह और इसके बाद संभल के…
संजय ठाकुर आजमगढ़: ऑनलाइन बेटिंग एप के ज़रिये अधिक पैसा कमाने का लालच देकर लोगो…
आदिल अहमद डेस्क: रूस ने पहली बार माना है कि यूक्रेन की ओर से किए…
माही अंसारी डेस्क: भारत के जाने-माने उद्योगपति गौतम अदानी और उनके कुछ सहकर्मियों के ख़िलाफ़…