नवादा. कानून की दृष्टि में बाल श्रम पर रोक लगी हैं यह अपराध है. लेकिन आज भी देश मे छोटे छोटे बच्चे मजदूरी कर रहे है. उनकी निर्धनता और लाचारी का फ़ायदा उठाकर ठेकेदार हो या मालिक उन मासूम बच्चों का शोषण करते हैं. जिस उम्र में पढ़ने लिखने और खेलने की उम्र कही जाती है, उसमे वे जी तोड़ मेहनत करते दिखते हैं
इनमें से ज्यादातर कृषि क्षेत्र , कल- कारखाने , होटल और भवन निर्माण में काम कर रहे है। ढाबों और चाय दुकानों एवं किराने की दुकानों पर भी इन्हें मेहनत – मजदूरी करते देखा जा सकता हैं। वाकई यह एक दर्दनाक परिस्थिति बनी हुई हैं. सरकार को इस दिशा में गंभीर कदम उठाने होंगे, तभी बाल मजदूरी बंद होंगे।
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