इलाहाबाद : माघ मेले का अभी एक ही स्नान पर्व बीता और गंगा में पानी की कमी होने लगी। इससे कई स्नान घाट सूख गए। लिहाजा, श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। प्रशासनिक अफसरों संग सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने भी 12 दिसंबर से नरोरा से चार हजार क्यूसेक पानी लगातार गंगा में छोड़े जाने का दावा किया था।
टिहरी से भी एक हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने की बात कही गई थी। ताकि माघ मेले में श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों और कल्पवासियों को स्नान के लिए पानी की कमी न होने पाए। लेकिन पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के बाद ही गंगा में पानी कम होने लगा है। पानी कम होने से संगम नोज घाट, रामघाट, काली घाट, मोरी घाट, दंडी सन्यासी घाट सूख गए हैं। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार सिंह का कहना है कि नदी में नियमित पानी का बहाव एक समान नहीं होता है। बुधवार से पानी बढ़ने लगेगा। 12 जनवरी तक घाट लबालब हो जाएंगे।
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