अंजनी राय.
बलिया : जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने बताया है कि शैक्षिक वर्ष 2017-18 में दशमोत्तर कक्षाओं (बीए, बीएससी, आईटीआई, पॉलिटेक्निक, बीटीसी, बीएड, आदि) में भरे गए छात्रवृत्ति आवेदनों का करीब 25 हजार से ज्यादा सन्देहास्पद डाटा लखनऊ मुख्यालय से उपलब्ध करा दिया गया है। समस्त दशमोत्तर शिक्षण संस्थान विकास भवन स्थित समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा कल्याण व अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से इसकी सूची प्राप्त करके सन्देहास्पद डाटा के सम्बंध में वांछित अभिलेखों सहित आख्या सम्बन्धित विभाग को हर हाल में 28 फरवरी तक उपलब्ध करा दें। आख्या मिलने के बाद ‘जनपदीय छात्रवृत्ति स्वीकृति समिति’ के द्वारा प्रत्येक छात्र का डाटा निरस्त या स्वीकृत कराते हुए अपलोड किया जाना है। समिति के निर्णय के बाद समस्त डाटा को डिजिटल सिग्नेचर से ऑनलाइन लॉक करने या रिजेक्ट करने की कार्यवाही की जानी है। जिलाधिकारी ने शिक्षण संस्थाओं को सचेत करते हुए कहा है कि सन्देहास्पद डाटा पर समय से आख्या नहीं लगाया जाता है तो सम्बन्धित छात्र का डाटा निरस्त होने की जिम्मेदारी संस्था की होगी।
ईदुल अमीन डेस्क: तुर्की के एक स्की रिसॉर्ट में आग लग लग जाने से 66…
शफी उस्मानी डेस्क: उत्तराखंड में यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) लागू किए जाने पर एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन…
सबा अंसारी डेस्क: पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के…
आफताब फारुकी डेस्क: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद ज़िले में संदिग्ध माओवादियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाबलों…
आदिल अहमद डेस्क: इसराइल और हमास के बाच लागू हुए युद्ध विराम के बाद सोमवार…
मो0 कुमेल कानपुर: कानपुर में एक अजीब सनसनीखेज़ घटना सामने आई है। जिसमे एक युवक…