मऊ : बहन कुमारी मायावती मौजूदा दौर में महिला सशक्तिकरण हेतु एक आदर्श है. भारतीय राजनीती को एक नया रुख देने वाली और दलित दबे कुचलो को उनका सम्मान दिलाने वाली पूर्व मुख्यमंत्री बहन मायावती की क्षमताओ और उनकी प्रतिभा को निखारने में सबसे बड़ा योगदान उस शक्सियत का था जिसने बाबा भीम राव आंबेडकर के बाद देश में पहली बार वास्तविक धरातल पर दलितों को इकठ्ठा किया.
उक्त बाते मऊ सदर विधायक मुख़्तार अंसारी के पुत्र युवा राजनीतिज्ञ अब्बास अंसारी ने एक वार्ता के दौरान कही. उन्होंने कहा कि देश में बाबा भीमराव आंबेडकर के बाद दलितों के लिये ज़मीनी स्तर पर काम करने वाले उनको अधिकार दिलवाने वाले गरीब दबे कुचलो को सम्मान दिलवाने वाले एक ऐसी शक्सियत थे कि जीवन भर खुद अविवाहित रह कर बिना किसी लाभ के दलित समाज को संगठित किया, अब्बास अंसारी ने कहा कि कांशीराम वह शक्सियत थे जिन्होंने सोशल इंजीनियरिंग का देश को सफल मंत्र दिया है.
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