यशपाल सिंह
आजमगढ़. थाना क्षेत्र के कांखभार कस्बे से सटी दलित बस्ती में रहने के लिए मिले इंदिरा आवास में देशी शराब की दुकान का विरोध दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। महिलाओं ने दुकान के सामने नारेबाजी की और दुकान हटाने की मांग की। इस दौरान दुकान पर ताला लटका रहा।
कांखबार कस्बे से सटी दलित बस्ती निवासी एक व्यक्ति को बेघर होने पर रहने के लिए इंदिरा आवास का आवंटन किया गया था। आवास का निर्माण पूरा हो जाने के बाद परिवार ने ठेकेदार को किराए पर देशी शराब की दुकान खोलने के लिए दे दिया है। बस्ती के बीच में शराब की दुकान होने पर महिलाओं ने एसडीएम सगड़ी से गुहार लगाई था। इसके बाद भी सुनवाई न होने पर मंगलवार की शाम को महिलाओं ने दुकान को बंद करवा दिया था। बुधवार को भी सुबह लगभग 10 बजे महिलाओं के साथ ही पुरूष दुकान पर धमक पड़े और विरोध में नारेबाजी करने लगे।प्रदर्शन करने वालों में प्रमुख रूप से बबिता, गुड्डी, लालती, शारदा, जमुना, कुमारी, संजू, राधिका, पुष्पा, माधुरी, मालती,रंभा, पाना, ऊषा, साधना,सुखिया आदि महिलाएं शामिल रहीं। ग्रामीणों की शिकायत पर अजमतगढ़ ब्लाक के बीडीओ राजीव कुमार बर्मा ने कहा कि इंदिरा आवास शराब की दुकान चलाने के लिये नहीं है। यह गरीब परिवार के रहने के लिए दी गई है ।